कैट ने भारत ई मार्किट के लिए ‘ई कॉमर्स योद्धाओ’ की नियुक्ति की

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

रागिनी शर्मा !

एक ओर जहां कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की भारत के ई-कॉमर्स कारोबार को बचाने के लिए विदेशी वित्त पोषित अमेज़ॅन और फ्लिपकार्ट के खिलाफ़ एड़ी चोटी की जंग जारी है और FDI नीति के प्रेस नोट नंबर 2 के बजाए एक नए प्रेस नोट लाने के लिए केंद्र सरकार पर जोरदार दबाव डाल रहा है के वही दूसरी ओर, कैट पूरी तरह से अपना अभिनव ई-कॉमर्स पोर्टल “भारत ई मार्केट” लॉन्च करने के लिए भी पूरी तरह से तैयार है और ई-दुकानों के निर्माण के लिए देश भर के व्यापारियों को अपने पोर्टल पर लेन के लिए, कैट ने देश भर के विभिन्न राज्यों के 100 शहरों में 100 प्रमुख व्यापार नेताओं को “ई कॉमर्स वारियर्स” के रूप में नामांकित किया है जो स्थानीय व्यापारियों में प्रचलित होंगे और संबंधित शहरों में भारत ई मार्किट पोर्टल पर ई-दुकानें बनाने के लिए उनको प्रोत्साहित करेंगे।

कैट बिहार अध्यक्ष अशोक कुमार वर्मा व महासचिव डा रमेश गांधी ने कहा कि कैट दो तरह की रणनीति पर काम कर रहा है ताकि भारत के ई-कॉमर्स व्यापार को अमेज़न और फ्लिपकार्ट के शातिरों के चंगुल से मुक्त किया जा सके जो अभी भी अपने कुप्रथाओं के साथ भारत मे काम कर रहा है और सरकार के नियमों और नीति की धज्जियाँ उड़ा रहा है।

कैट पिछले 4 वर्षों से अधिक समय से इन कंपनियों को उनके कुटिल व्यापार तंत्र के लिए घेर रहा है और फिर से सरकार से उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू करने की मांग कर रहा है, जबकि दूसरी ओर ई-कॉमर्स के महत्व को महसूस करते हुए और भारत में उसके भविष्य को देखते हुए कैट चौबीस घण्टे इसी कोशिश में लगा है कि व्यापारियों को ऑन लाइन उनकी दुकान बनाने के लिए प्रेरित कर सके और उनकी ई-दुकानें होने की आवश्यकता के बारे में बता सके। “उपभोक्ता का क्रय व्यवहार बहुत तेज़ी से बदल रहा है और जिसको देखते हुए ये बेहद जरूरी है कि व्यापारी भी अपने व्यापार के तरीके को बदले और ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म से जुड़ सके, इसी कड़ी में कैट अपने ई-कॉमर्स पोर्टल” भारत ई मार्किट “को जल्द ही शुरू कर रहा है, दोनों व्यापार नेताओं ने बताया।

कैट बिहार चेयरमैन कमल नोपानी ने कहा कि कैट द्वारा नामांकित 100 “ई-कॉमर्स वारियर्स” अपने संबंधित शहर के व्यापारिक नेताओं का नेतृत्व कर रहे हैं, जो व्यापारिक समुदाय के बीच व्यापक प्रतिष्ठा रखते हैं। इन योद्धाओं को व्यापारियों के मार्गदर्शन के लिए 100 शहरों में से प्रत्येक के स्थानीय व्यापार संघों के साथ काम करने की सलाह दी गई है, क्योंकि वे प्रौद्योगिकी के उपयोग से उनके आसानी से बीईएम पोर्टल पर जुड़ने में सहयोग कर सकते हैं। ये नेता अपने-अपने शहरों में एक एसोसिएशन से दूसरे एसोसिएशन में जा कर और समयबद्ध तरीके से बीईएम पोर्टल पर व्यापारियों की सहज ऑनबोर्डिंग सुनिश्चित करेंगे। कैट ने 11 मार्च को नई दिल्ली में पहले से ही वेंडर ऑनबोर्डिंग ऐप लॉन्च कर दिया है, जिसे पूरे भारत से भारी समर्थन मिला है और एक लाख से अधिक व्यापारियों ने पहले ही बीईएम पोर्टल पर अपनी ई-दुकानों के निर्माण के लिए खुद को पंजीकृत किया है। ई कॉमर्स योद्धाओं के जमीन पर काम करने के साथ, यह संख्या अभूतपूर्व तरीके से बढ़ जाएगी।

कैट ई कामर्स प्रभारी जितेन्द्र कुमार ने आगे बताया कि इस सप्ताह के दौरान, कैट के नेतृत्व में नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में भारत के प्रत्येक राज्य की राजधानी में एक साथ अपना उपभोक्ता पंजीकरण ऐप लॉन्च करेगा। उन्होंने आगे बताया कि ई-कॉमर्स पोर्टल “भारत ई मार्केकि” मई 2021 के पहले सप्ताह में लॉन्च होने के लिए बिल्कुल तैयार है। हमने दिसंबर, 2021 तक 7 लाख विक्रेताओं को बीईएम पोर्टल पर ऑनबोर्ड करने का लक्ष्य रखा है, जो बीईएम पोर्टल को भारत का सबसे बड़ा पोर्टल बना देगा। इस सबसे महत्वाकांक्षी आंकड़े को पूरा करने के लिए देश भर में लगभग 40 हजार व्यापार संघों की स्थापना की जाएगी। देश के व्यापारी और उपभोक्ता मौजूदा ई-कॉमर्स पोर्टल से पूरी तरह से तंग आ चुके हैं और एक व्यवहार्य विकल्प की तलाश कर रहे हैं और बीईएम उन्हें ऐसा विकल्प प्रदान करेगा .

Leave a Comment

और पढ़ें