अरविन्द कुमार की रिपोर्ट:
भागलपुर शहर के कई मुहल्ले,पिछवाड़े व चौराहों पर शातिराना अंदाज में लॉटरी गेसिंग का धंधा जोरों से चल रही है वहीं गेसिंग का अवैध धंधा करने वालों के द्वारा रातों-रात लखपति बनाने का सब्जबाग दिखाकर गरीब और कम आय वालों को निशाने बनाकर फँसाया जाता है फिर उन्हें रातों- रात लाखपति बनने का सपने दिखाकर इसकी आदत लगा देती है भागलपुर शहर के तिलकामाँझी,इशकचक,भीखनपुर,नाथनगर ,लोहिया पुल के नीचे ततारपुर, जोगसर,परवत्ती सहित कई स्थानों पर घड़ल्ले से शातिर तरीके से गेसिंग का खेल खेला जा रहा है यहाँ तक कि आसपास वालों को भनक तक नहीं हो पाती है नाम नहीं कहने की शर्त पर इस खेल को खेलने वाले एक युवक ने बताया कि 12 रुपया में उन्हें एक नंबर सादे कागज पर लिख कर दिया जाता है वहीं आधे घंटे के बाद इंटरनेट के माध्यम से गेसिंग का रिजल्ट आता है गेसिंग का रिजल्ट पहले स्थानीय धंधेबाज देखते हैं फिर टिकट खरीदार को दिखाया जाता है खरीदे गये टिकट से मैच होने के बाद खर्च 12 रुपये के बदले एक सौ रुपये दिये जाते हैं,उक्त धंधे से गेसिंग धंधा करने वाले कारोबारी गरीब को लूटकर खुद अमीर बन रहे हैं।वहीं इस तरह की अवैध धंधे से कारोबारी की मोटी कमाई होती है।