दो विभाग में फंसा मामला, बीच सड़क पर पेड़ों के रहने से लोग हो रहे दुर्घटना के शिकार!

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पंकज कुमार जहानाबाद।

प्रदेश में सुशासन बाबू की सरकार चल रही है और लगातार शहर से लेकर ग्रामीण इलाके में सड़कों की जाल बिछाई जा रही है ताजा मामला जहानाबाद जिला मुख्यालय का है जहां लगभग 100 करोड रुपए की लागत से बनाए गए सड़क पर सरपट गाड़ियां दौड़ रही है लेकिन विडंबना इस बात की है की सड़क के बीचो-बीच कई हरे पेड को छोड़ दिया गया है जिससे आए दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही है भविष्य में भी सड़क दुर्घटनाएं होने की संभावना है लेकिन दो विभागों के बीच यह मामला फंसा हुआ है जिसके नतीजा है कि कई लोग असमय काल के गाल में सड़क दुर्घटना होने पर समा जा रहे हैं
जहानाबाद में पटना-गया मुख्य सड़क के चौड़ीकरण का काम चल रहा है। जहानाबाद के कनौदी से लेकर एरकी तक सड़क चौड़ीकरण का कार्य किया जा रहा है। हालांकि, अब तक इस सड़क का काम पूरा नहीं हो पाया है।समय सीमा भी खत्म हो गई है।अब ऐसे में काम पूरा करने को लेकर पथ निर्माण विभाग की ओर से तेजी से काम चलाया जा रहा है।
इसी कड़ी में शहर की सड़क का चौड़ीकरण तो कर दिया गया है, लेकिन बीच सड़क पर कई जगह अभी पेड़ खड़े हुए हैं, जो हादसों को दावत दे रहे हैं. यह सड़क 98 करोड़ रुपए की लागत से बनाई जा रही है। जहानाबाद से गया की ओर जाने वाली शहर की सड़क एरकी पावर ग्रिड के पास का है। दरअसल, शहर की सड़क का चौड़ीकरण कार्य चल रहा है। ऐसे में कुछ समय पहले तक सिर्फ 33 प्रतिशत काम ही पूरी हो पाया था। जहां तक पेड़ों की कटाई की बात है पथ निर्माण विभाग जहानाबाद के अधिकारी से बात करने की कोशिश की थी, उस वक्त जो जानकारी मिली, उसके मुताबिक वन विभाग से अनुमति नहीं मिलना कारण बताया जा रहा था।ऐसे में इस सड़क का निर्माण कराने वालों ने जैसे-तैसे करके पेड़ों को बीच सड़क बनाते हुए उसे अगल-बगल से घुमा दिया। यह नजारा ऐसा है मानो सड़क पर हरी मौत के खंभे गाड़ दिए गए हैं। इस सड़क से हजारों वाहन रोजाना गुजरते हैं और बीच सड़क पर दर्जनों पेड़ खड़े हुए हैं। जो ये बड़ी दुर्घटना को न्यौता देने जैसा है।
इस मामले को लेकर यहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि बीच सड़क पर दर्जनों पेड़ खड़े हुए हैं, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। इसे लेकर सड़क पर सफर कर रहे राहगीर ने बताया कि सड़क तो चौड़ी हो गई है और पिच भी बिछाया जा चुका है, लेकिन अब तक पेड़ नहीं हटाए गए हैं, जो हादसों को दावत दे रहे हैं. वहीं, एक अन्य राहगीर ने बताया कि मुख्य सड़क पर पेड़-पौधे जितनी जल्दी हो सके हटाए जाने चाहिए, नहीं तो कभी भी दुर्घटना हो सकती है।दरअसल, शहर से होकर गुजर रही यह सड़क साढ़े 7 किलोमीटर तक चौड़ी होनी है। इसकी चौड़ाई 25 से 40 मीटर तक की जानी है। साथ ही बीच में डिवाइडर और दोनों छोर पर नाली और डक भी बनाया जाना है। इस सड़क के निर्माण का काम अप्रैल 2025 तक पूरा कर लेना था, लेकिन अब तक ऐसा नहीं हो पाया है। विभाग का कहना है कि सड़क पूरी नहीं बनने का कारण अतिक्रमण और वन विभाग से मंजूरी नहीं मिलना है। इस संबंध में वन विभाग के पदाधिकारी का कहना है कि जितनी पेड़ सड़क पर से काटी जानी है उसके तीन गुना पेड लगाना है ऐसी स्थिति में जिला प्रशासन से जमीन की मांग की गई है जब तक तीन गुना पेड़ लगेगा नहीं तब तक सड़क पर का पेड़ नहीं हटेगा। इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी का कहना है कि मीडिया वालों से ही हम लोगों को या खबर मिली है इसका कुछ हल जल्द ही निकाली जाएगी ।अब सवाल यह उठता है कि बिहार सरकार के ही अधीन पथ निर्माण विभाग है और वन विभाग है ऐसी स्थिति में सड़क दुर्घटनाओं पर कैसे लगाम लगेगी यह तो शासन प्रशासन को ही सूचना है फिलहाल आम लोग इसके शिकार हो रहे हैं।

वाईट राहगीर
वाईट राहगीर
वाईट वन विभाग के पदाधिकारी
वाईट अनुमंडल पदाधिकारी जहानाबाद

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