रिपोर्ट-विक्रम उपाध्याय/,खगड़िया
दिनांक: 01 जुलाई 2025
स्थान: समाहरणालय मुख्य सभाकक्ष, खगड़िया
विशेष किशोर पुलिस इकाई एवं बाल कल्याण पुलिस पदाधिकारियों (CWPOs) हेतु एक दिवसीय उन्मुखीकरण-सह-प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
आज दिनांक 01 जुलाई 2025 को समाहरणालय के मुख्य सभाकक्ष, खगड़िया में जिला बाल संरक्षण इकाई, खगड़िया द्वारा विशेष किशोर पुलिस इकाई एवं बाल कल्याण पुलिस पदाधिकारियों (CWPOs) के लिए एक दिवसीय उन्मुखीकरण-सह-प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी, खगड़िया, उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय), सहायक निदेशक, जिला बाल संरक्षण इकाई, वरीय उप समाहर्ता, श्रम अधीक्षक, खगड़िया एवं श्री अजय कुमार, परामर्शी, यूनिसेफ सहित कई पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य किशोर न्याय (बालकों की देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम, 2015 (यथा संशोधित) तथा लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम (POCSO), 2012 (यथा संशोधित) के विभिन्न प्रावधानों की जानकारी देना एवं उनके व्यावहारिक क्रियान्वयन को सुदृढ़ बनाना था।
कार्यक्रम में पुलिस पदाधिकारियों को बच्चों से जुड़े मामलों में संवेदनशीलता, विधिक ज्ञान एवं उचित प्रक्रिया के पालन संबंधी प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षण सत्रों का संचालन विशेषज्ञ वक्ताओं द्वारा किया गया और इसकी अध्यक्षता जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी ने की।
इस अवसर पर जिलाधिकारी, खगड़िया ने कहा:
“कोई भी बच्चा इस उम्र में अपराधी नहीं बनना चाहता है। यह उनकी संगत, आसपास की परिस्थितियाँ, अथवा उनकी बौद्धिक स्थिति होती है जो उन्हें उस दिशा में ले जाती है। हमारा लक्ष्य सिर्फ इन बच्चों की काउंसलिंग कर उन्हें सही मार्ग दिखाना नहीं है, बल्कि उनके माता-पिता की आर्थिक स्थिति को भी सुधारना है, ताकि ये बच्चे मजबूरीवश कोई गलत कदम न उठाएँ।”
उन्होंने आगे कहा कि:
“15 वर्ष से अधिक आयु वाले बच्चों को श्रम अधिनियम के अंतर्गत स्वीकृत गतिविधियों में प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा, ताकि वे सम्मानजनक कार्य में संलग्न हो सकें और आत्मनिर्भर बनें।”
जिला प्रशासन खगड़िया द्वारा इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रमों का उद्देश्य बाल संरक्षण से जुड़े सभी कर्मियों की क्षमता में वृद्धि करना, बच्चों के अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करना तथा समाज में एक संवेदनशील एवं न्यायसंगत दृष्टिकोण का विकास करना है।
उक्त कार्यक्रम में जिलांतर्गत सभी थाना प्रभारी, बाल कल्याण पुलिस पदाधिकारी एवं जिला बाल संरक्षण इकाई के सभी कर्मीगण उपस्थित थे।