पाकिस्तान पर भारतीय हमलों में छह हवाई क्षेत्रों को नुकसान पहुंचा,‘द वाशिंगटन पोस्ट’!

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:- रवि शंकर अमित!

इमोजेन पाइपर, इवान हिल, माहम जावेद, रिक नोक
‘द वाशिंगटन पोस्ट’ के एक वीडियो विश्लेषण के अनुसार शनिवार को पाकिस्तान पर हुए भारत के हमलों में कम से कम छह हवाई क्षेत्रों के रनवे और अन्‍य संरचनाओं को नुकसान पहुंचा। विशेषज्ञों का कहना है कि इन दो दक्षिण एशियाई प्रतिद्वंद्वियों के बीच दशकों से चल रहे संघर्ष में यह अपनी तरह का सबसे महत्वपूर्ण हमला था।
दो दर्जन से अधिक उपग्रह चित्रों और उसके बाद के वीडियो की समीक्षा में पाया गया कि हमलों में पाकिस्‍तानी वायु सेना द्वारा उपयोग किए जाने वाले तीन हैंगर, दो रनवे और दो मोबाइल इमारतों को भारी नुकसान पहुंचा है। भारत के निशाना बनाए गए कुछ स्‍थान, पाकिस्‍तान के 100 मील अंदर तक थे।
किंग्स कॉलेज लंदन में अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के एक वरिष्ठ व्याख्याता और दक्षिण एशियाई सुरक्षा मुद्दों के विशेषज्ञ वाल्टर लैडविग के अनुसार ये हमले 1971 के युद्ध के बाद से पाकिस्तानी सैन्य बुनियादी ढांचे पर सबसे बड़े भारतीय हवाई हमले थे।
सशस्त्र संघर्ष को ट्रैक करने के लिए उपग्रह चित्रों का उपयोग करने वाली शोध परियोजना, ‘कंटेस्टेड ग्राउंड’ के एक भू-स्थानिक विश्लेषक विलियम गुडहिंड के अनुसार सटीक हमलों में महत्‍वपूर्ण स्‍थानों को निशाना बनाया गया जिसका उद्देश्य पाकिस्तान की आक्रामक और रक्षात्मक हवाई क्षमताओं को नीचा दिखाना था।
मिडिलबरी कॉलेज में पूर्वी एशिया अप्रसार कार्यक्रम के निदेशक जेफरी लुईस ने आकलन किया कि हवाई अड्डों को कुछ नुकसान हुआ है लेकिन इतना नहीं कि वे अक्षम हो जाएं।
इन हमलों के बाद भारत ने पाकिस्तान में 11 ठिकानों को निशाना बनाए जाने का दावा किया। इनमें वे जगह भी शामिल हैं जिनको लेकर द पोस्ट ने नुकसान की पुष्टि की है। भारत ने अपनी कार्रवाई को “मापा हुआ” और “कैलिब्रेटेड” बताया।
पाकिस्तान के मुख्य सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने मूल रूप से संवाददाताओं से कहा कि एयरबेस के बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि कितने एयरबेस को क्षति पहुंची है। सेना ने बुधवार को कहा कि पाकिस्तान की वायु सेना के छह कर्मी मारे गए।
चौधरी ने बुधवार को द पोस्ट को बताया कि पाकिस्तान की सेना ने अधिकांश भारतीय मिसाइलों को नाकाम कर दिया। हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि कुछ मिसाइल पाकिस्‍तान की सीमा में घुसने में सफल रहीं। सेना ने पांच एयरबेस और एक नागरिक हवाई अड्डे पर हमलों की पुष्टि की। चौधरी ने कहा कि एक विमान को मामूली क्षति पहुंची है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को अपनी हवाई प्रतिरक्षा पर पूरा भरोसा है।
अल्बानी विश्वविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर और भारत-पाकिस्तान संघर्ष पर एक किताब के लेखक क्रिस्टोफर क्लेरी ने कहा कि उपग्रह साक्ष्य इस दावे के अनुरूप हैं कि भारतीय सेना ने पूर्वी पाकिस्तान में कई ठिकानों पर पाकिस्तानी वायु सेना को महत्वपूर्ण क्षति पहुंचाई। हालांकि वे मानते हैं कि ये विनाशकारी नहीं था।
शनिवार को भारतीय हमलों के बाद पाकिस्तान ने तेजी से जवाबी हमले किए। इस्लामाबाद ने कहा कि उसने अपने जवाबी हमलों में कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें भारतीय प्रशासित कश्मीर और भारतीय राज्य पंजाब में कई हवाई ठिकाने शामिल हैं। भारत सरकार ने या तो उन दावों का खंडन किया है या नुकसान की पुष्टि करने से इनकार कर दिया है।
भारत ने 7 मई को हमलों के शुरुआती चरण के दौरान देश के पांच लड़ाकू विमानों को मार गिराए जाने के पाकिस्तान के दावों पर भी कोई सार्वजनिक टिप्पणी नहीं की है। द पोस्‍ट के एक विश्लेषण में पाया गया कि ऑपरेशन के दौरान कम से कम दो भारतीय लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त होने की आशंका है।
शनिवार को तेजी से बढ़ते तनाव ने वाशिंगटन को चिंतित कर दिया। अमरीकी अधिकारियों को डर था कि परमाणु क्षमता संपन्‍न ये दो देश खतरनाक रूप से पूर्ण युद्ध के करीब थे। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा युद्ध विराम की घोषणा के कुछ घंटों बाद ये लड़ाई समाप्त हो गई।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत ने अपने अभियानों को “रोक दिया” है, लेकिन कश्मीर में 22 अप्रैल जैसे कोई और आतंकवादी हमले की स्थिति में पाकिस्तान पर फिर से हमला करने के लिए तैयार है। 22 अप्रैल को आतंकी हमले में 26 नागरिक मारे गए और संघर्ष का यह नया दौर शुरू हुआ। भारत ने कहा कि आतंकी हमले का संबंध पाकिस्तान से है; लेकिन, पाकिस्तान ने इसमें किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया और अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग की है।
विश्लेषक गुडहिंद ने सैटेलाइट इमेजरी की समीक्षा करने के बाद कहा कि पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के ठीक बाहर रावलपिंडी में नूर खान एयर बेस पर दो मोबाइल कंट्रोल सेंटर नष्ट कर दिए गए। घटनास्थल के पास के एक पार्किंग स्थल से लिए गए वीडियो में क्षतिग्रस्त क्षेत्र से धुआं निकलता हुआ दिखाई दिया।
एक अन्य सैन्य शोधकर्ता ने कहा कि नूर खान एयर बेस पाकिस्तान में काफी महत्वपूर्ण एयरबेस है, क्योंकि यह सेना का प्रमुख परिवहन केंद्र है। यह बेस रणनीतिक योजना प्रभाग के भी करीब है, जो देश के 170 परमाणु हथियारों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार इकाई है।
पाकिस्तानी सेना का जनरल मुख्यालय और संयुक्त स्टाफ मुख्यालय भी रावलपिंडी में नूर खान एयर बेस के पास स्थित है। नाम न बताने की शर्त पर सैन्य शोधकर्ता ने कहा, “इस तरह के हमले को देश के नियंत्रण केंद्र को नष्ट करने के प्रयास के रूप में गलत तौर पर समझा जा सकता है।”
पाकिस्तानी वायुसेना के भोलारी और शाहबाज एयरबेस पर सैटेलाइट इमेजरी से पता चला है कि विमान ठहराव (हैंगर) के रूप में इस्तेमाल की जाने वाली इमारतों को भारी नुकसान पहुंचा है। भोलारी में एक हैंगर की छत पर लगभग 60 फीट चौड़ा एक बड़ा छेद दिखाई दे रहा है, जिसके बारे में विशेषज्ञों ने कहा कि यह मिसाइल के प्रभाव के अनुरूप है। बाहर फुटपाथ पर मलबा बिखरा हुआ था और एक दीवार बगल की इमारत पर गिर गई थी।
सैन्य शोधकर्ता के अनुसार भोलारी हैंगर में आमतौर पर साब 2000 एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम विमान होता है। यह एक निगरानी विमान है जिसकी कीमत करोड़ों डॉलर है। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि हमले के समय विमान हैंगर में था या नहीं।
विशेष रूप से सेना के उपयोग किए जाने वाले शाहबाज एयरबेस पर सैटेलाइट इमेजरी से एक हैंगर में एक और बड़ा छेद दिखाई दिया, जो 100 फीट से अधिक चौड़ा था और एक नियंत्रण टॉवर को नुकसान पहुंचा था। गुडहिंद ने बताया कि दक्षिण-पूर्व में सुक्कुर हवाई अड्डे का उपयोग नागरिक और सैन्य दोनों उद्देश्यों के लिए किया जाता है। वहां पर एक अन्य हैंगर हमले में ढह गया और एक रडार साइट नष्ट हो गई।

द पोस्ट के इमेजरी समीक्षा के अनुसार, भारतीय हमलों में मुशफ एयर बेस और शेख जायद अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रनवे पर बड़े गड्ढे भी छोड़ दिए गए हैं। उपग्रह फर्मों प्लैनेट और मैक्सार की तस्वीरों के अनुसार, मुशफ में, गड्ढे अगले दिन तक ठीक हो गए या मरम्मत होते दिखाई दिए।

पाकिस्तान की सेना ने बुधवार को कहा कि भोलारी में वायु सेना के पांच जवान और मुशफ में एक जवान मारा गया।
पाकिस्तान में अंग्रेजी भाषा के अखबार डॉन ने बताया कि शेख जायद हवाई अड्डे के रॉयल लाउंज को काफी नुकसान पहुंचा है। इसका नाम संयुक्त अरब अमीरात के दिवंगत संस्थापक के नाम पर रखा गया है।
लाडविग ने कहा, “एक ही समय में पाकिस्तान में इतने सारे सैन्य ठिकानों पर हमला करना जानबूझकर किए गए बदलाव को दर्शाता है।” उन्होंने कहा कि भारत ने पहले अपने हवाई अभियानों को कश्मीर या पाकिस्तान के दूरदराज के हिस्सों तक सीमित रखा था।
अब लैडविग ने कहा, भारत “आतंकवादी हमलों को पारंपरिक सैन्य प्रतिशोध के आधार के रूप में देख रहा है।”
https://www.washingtonpost.com/world/2025/05/14/india-pakistan-strikes-conflict- damage/


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