रिपोर्ट- अमित कुमार!
राजधानी पटना के आईजीआईएमएस सभागार में आज वूमेन सेल्फ डिफेंस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत बिहार के डीजीपी आलोक राज ने दीप प्रज्वलित कर की। इस अवसर पर आईजीआईएमएस के उपनिदेशक डॉ. मनीष मंडल सहित कई अन्य चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मी भी मौजूद रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं को आत्मरक्षा के लिए जागरूक और प्रशिक्षित करना था।
पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस) में आयोजित वूमेन सेल्फ डिफेंस कार्यक्रम की शुरुआत डीजीपी आलोक राज ने दीप प्रज्वलन कर की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि महिलाओं को सशक्त बनाना समय की जरूरत है और आत्मरक्षा की तकनीकें सीखना महिलाओं को आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। डीजीपी आलोक राज ने कहा कि समाज में बढ़ती आपराधिक गतिविधियों के बीच, महिलाओं को अपनी सुरक्षा के प्रति सजग रहना चाहिए और इसके लिए उन्हें आत्मरक्षा के विभिन्न उपायों की जानकारी होनी चाहिए।
कार्यक्रम में आईजीआईएमएस के उपनिदेशक डॉ. मनीष मंडल ने भी अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्यकर्मी और चिकित्सक भी समाज के विभिन्न हिस्सों से जुड़े होते हैं, और ऐसे कार्यक्रम उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से सशक्त बनाने में मदद करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण पर ध्यान देना न केवल सामाजिक, बल्कि स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से भी आवश्यक है।
कार्यक्रम में आईजीआईएमएस के कई चिकित्सक, स्वास्थ्यकर्मी और अन्य कर्मचारी भी उपस्थित थे। सभी ने वूमेन सेल्फ डिफेंस के महत्व को समझा और इसे एक सराहनीय पहल के रूप में देखा। इस आयोजन के माध्यम से महिलाओं को आत्मरक्षा के विभिन्न उपाय सिखाए गए और उन्हें सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया।