रजनीश श्रीवास्तव (उत्तर प्रदेश ब्यूरो प्रमुख)

बलिया (उ.प्र.)। वायरस विशेषज्ञ इस शोध में है कि आखिर कोरोना महामारी के कदम गांव की तरफ कैसे बढ़ा ? लेकिन इन सब से बेफिक्र गंगा किनारे मुंडन की भीड़ महामारी को बढ़ाने की सारी हदें तोड़ रही है। जिस दिन भी मुंडन का शुभ मुहूर्त होता है गंगा किनारे हजारों का हुजूम उमड़ पड़ता है। आलम यह है कि ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भले ही कोरोना टेस्टिंग और टीकाकरण की योजना हिचकोले खा रही हो, लेकिन ओहार संस्कार में गंगा घाटो व नावों पर भीड़ कुलांचे भर रही है। गंगा घाट की भीड़ देखते हुए यही कहा जा सकता है कि ग्रामीण अंचल में आंशिक लॉकडाउन का पालन बिल्कुल नहीं हो रहा है, जबकि हालात यह है कि हर गांव और हर घर में सर्दी-बुखार और खांसी के मरीज है।हल्दी थानाक्षेत्र के रामगढ़, गंगापुर, हुकुम छपरा, चौबे छपरा व बैरिया थाना क्षेत्र के दुबेछपरा और उदई छपरा गंगा घाट पर भीड़ का आलम यह रहा की सोशल डिस्टेन्स के नाम पर एक इंच का भी फासला नहीं दिखा।हालांकि पुलिस द्वारा भीड़ को नियंत्रित करने के लिए एक-दो कांस्टेबल अवश्य लगाए गए थे, लेकिन आस्था व विश्वास की भीड़ के आगे वो भी मौन ही रहे।