रवि शंकर शर्मा की रिपोर्ट!
मंसूरचक (बेगूसराय)
कीर्तन सम्राट स्व.बिंदेश्वरी सिंह जी न सिर्फ बेगूसराय बल्कि बिहार के ऐसे सांस्कृतिक धरोहर थे, जिनसे प्रेरित होकर कला संस्कृति के सेवक अपनी सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं।इसकी निरंतरता बनाये रखने की आवश्यकता है।ये बातें बिहार सिने आर्टिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष सह हिंदी, भोजपुरी एवम मैथिली फिल्मों के चर्चित अभिनेता अमिय कश्यप ने कीर्तन सम्राट बिंदेश्वरी सिंह की पुण्यतिथि पर प्रखंड क्षेत्र के हवासपुर स्थित मानकी संगीत कला केंद्र परिसर में आयोजित सम्मान समारोह कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए रविवार को कही।अभिनेता कश्यप ने कहा कि जो समाज अपनी सांस्कृतिक विरासत को सहेजते हैं उन्हें ही इतिहास याद करता है।कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्र के निदेशक सह मशहूर पार्श्वगायक अजय अनंत ने किया।उक्त अवसर पर अभिनेता अमिय कश्यप एवम अजय अनंत द्वारा कीर्तन सम्राट के पौत्र युवा सामाजिक कार्यकर्ता संतोष कुमार बादल (बीहट), शिक्षाविद देवनीति राय (नारेपुर), मनोहर सिंह (पगड़ा), साहित्यकार सत्यसंध भारद्वाज (कोनैला), सत्यजीत सोनू (पिढौली), मिंटू झा (साठा), प्रीति प्रिया (हवासपुर) एवम पूर्णिमा झा (गोरापुर) को अपने अपने क्षेत्र में विशिष्ट सामाजिक योगदान के लिए “कीर्तन सम्राट बिंदेश्वरी सिंह कला सम्मान” से सम्मानित किया गया।कलाकारों ने उक्त अवसर पर सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने का संकल्प दोहराया।मौक़े पर राकेश कुमार महंथ, गायक बिट्टू अकेला, शेखर कुमार, सोनाली कुमारी, मनोरंजन झा, रागिनी, खुशबू, स्मिता कुमारी, गायत्री, उपेन्द्र कुमार, कृष्ण कुमार सहित दर्जनों कलाकार थे।