अरविन्द कुमार की रिपोर्ट:-
भागलपुर में महागठबंधन द्वारा केंद्र के नये कृषि कानून के विरोध में और आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में मानव श्रृंखला का आयोजन किया गया। राजद और कांग्रेस के घटक दल के द्वारा जिले के हर चौक चौराहों पर कतार बद्ध होकर मानव श्रृंखला बनाई गयी वहीं केंद्र द्वारा लायी गई कृषि कानून के खिलाफ वापसी की मांग को लेकर महागठबंधन ने जमकर नारेबाजी किया। इस दौरान महागठबंधन के नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा जो किसान बिल लाया गया है व बिल किसान विरोधी बिल है जो सरकार को किसी कीमत पर वापस लेना होगा,वहीं किसान बिल के खिलाफ किसानों द्वारा चलाये जा रहे आंदोलन को विरोधियों द्वारा जो दबाने का प्रयास किया जा रहा है उक्त मनसूबे को बिना बिल की वापसी किए सफल नही होने दिया जाएगा और विरोधी किसान बिल वापसी तक अनवरत आंदोलन होती रहेगी।इस दौरान बिहार राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश महासचिव डॉ चक्रपाणि हिमांशु ने कहा कि केंद्र सरकार अविलंब किसान विरोधी तीन कृषि बिल वापस लेना होगा श्री हिमांशु ने कहा कि केंद्र सरकार एक साजिश के तहत किसानों के खेती की उपज अडानी एवं अंबानी जैसे उद्योगपतियों के हाथों में बेचना चाहती है केंद्र सरकार इस काले तीन कृषि कानून से न्यूनतम समर्थन मूल्य लाकर गलत तरीके से उद्योगपति से मिलकर खेती की उपज को कम कीमत पर खरीदने का खुली छूट देने के लिए किसानों की तीन कृषि कानून लागू करने की साजिश रच रहे हैं जिसे राष्ट्रीय जनता दल कभी बर्दाश्त नहीं करेगी।नए कृषि कानून के विरोध में महागठबंधन द्वारा आयोजित राज्यव्यापी मानव श्रृंखला को लेकर भागलपुर में महागठबंधन के नेता और कार्यकर्ता सड़क पर उतरे और जिले भर में मानव श्रृंखला बनायी वहीं घटक दलों के कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के द्वारा लागू किए गए नए कृषिकानून को किसान विरोधी करार देते हुए इसे काला कानून करार दिया।