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बोधगया टेम्प्ल मैनेजमेंट कमिटी की डीएम की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक

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मनोज कुमार :-

   गया, अध्यक्ष, बोधगया टेंपल मैनेजमेंट कमिटी सह जिला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एस एम की अध्यक्षता में बोधगया टेंपल मैनेजमेंट कमिटी की त्रैमासिक समीक्षा बैठक बीटीएमसी कार्यालय में बीटीएमसी के सचिव सहित सभी कमिटी के माननीय सदस्यों के साथ की गई।
     उन्होंने बताया कि आज की बैठक में सभी सदस्यों द्वारा सर्वसम्मति से प्रमुख निर्णय लिए गए जिसमे स्थानीय लोगों का भागीदारी सुनिश्चित कराने संबंधी आवश्यक कारवाई करवाने पर जोर दिया गया है।। बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। बीटीएमसी के सुरक्षा को लेकर बाउंड्री वाल को ऊंचा एवं आकर्षक बनाने पर सहमति जताइए गयी है। साथ ही सीसीटीवी कैमरे और अधिक संख्या में लगाने की आवश्यकता को देखते हुए सीसीटीवी अधिष्ठापन करवाने का निर्णय लिया गया है, ताकि मंदिर की सुरक्षा में और मजबूती मिलेगी।
महाबोधि मंदिर में लगाए गए आकर्षक लाइट को अंतिम रूप देने की बात बताई गई।
बीटीएमसी के बैठक में जिला पदाधिकारी ने ऐतिहासिक पहल करते हुए सभी माननीय सदस्यों को अवगत कराया कि जिस तरह काशी विश्वनाथ मंदिर, जगन्नाथ पुरी मंदिर अन्य बड़े मंदिरो में भारी मात्रा में भगवान पर चढ़ने वाले फूल से अगरबत्ती बनाने एवं अन्य चीजों को बनाने का कार्य किया जाता है उसी प्रकार संबंधित संस्थान द्वारा महाबोधि मंदिर में चढ़ने वाले फूलो से अगरबत्ती एवं अन्य चीजें बनाने हेतु सहमति जताई है। उन्होंने कहा कि फूलों से अगरबत्ती बनाए जाने हेतु कार्य के लिए एक एमओयू साइन करने का कार्य किया जा रहा है। इस कार्य मे स्थानीय महिलाओं को रोजगार के अवसर भी प्रदान किया जाएगा इसके साथ ही साथ महाबोधि मंदिर को भी आय का स्रोत प्राप्त होंगे। जिला पदाधिकारी ने हर्ष के साथ कहा कि यह एक अच्छी पहल के साथ साथ एक अच्छी शुरुआत हुई है।
इसके अलावा महाबोधि मंदिर के विकास एवं सुरक्षा को और पुख्ता बनाये जाने को लेकर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई है।
फूलों से अगरबत्ती बनाए जाने के संबंध में fool.co ब्रांड के फाउंडर श्री अंकित अग्रवाल ने बताया कि इंजीनियरिंग ग्रेजुएट अंकित अग्रवाल द्वारा जुलाई २०१७ में स्थापित fool.co एक इनोवेटिव स्टार्टअप कंपनी है, जिसका मुख्या ध्यान सर्कुलर इकॉनमी पर है। कंपनी मंदिर के फूलो को इक्कठा कर उनसे धूपबत्ती , अगरबत्ती एवं फ्लैदर – वेगन लेदर बनती है। गहन शोध के बाद कंपनी नए “फ्लोवेर्ट्सीक्लिंग” टेक्नोलॉजी द्वारा इन जैविक उत्पादों का निर्माण किया है।
कंपनी ने हाल में बोधगया टेम्पल मैनेजमेंट कमिटी के साथ एमओयू साइन किया है, जहा कंपनी अब महाबोधि मंदिर के फूलो को उपयोग कर उनसे सुगन्धित इन्सेंसे एवं फ्लैदर का निर्माण करेगी। महाबोधि मंदिर विश्व विरासत है और यहाँ रोजाना सैकड़ो श्रद्धालु दुनिया भर से आते है। ऐसे में फूल.सीओ अपनी “फ्लोवेत्सीक्लिंग ” टेक्नोलॉजी से रोजाना १.५ -२ टन फूल को प्रोसेस कर उनसे इन्सेंसे एवं फ्लैदर का निर्माण करेगी। ऐसा कर यह कंपनी विश्व की पहली ऐसे कंपनी बन गयी है जो एक विश्व धरोहर- महाबोधि मंदिर के फूलों से उत्पाद बनाएगी। यह फ्लोवेरीक्लिंग फैसिलिटी गया में रोजगार के दरवाजे भी खोल देगी। यहाँ इस कार्य के लिए कंपनी पिछड़े एवं गरीब वर्ग की महिलाओं को प्रशिक्षण और रोजगार प्रदान करेगी।
ज़िला पदाधिकारी एवं बीटीएमसी के माननीय सदस्यों के साथ बैठक के पूर्व महाबोधि मंदिर निरीक्षण करते हुए मंदिर के सौंदर्यीकरण पर कई अवश्य विचार विमर्श किया गया। इसके उपरांत निर्माणाधीन बीटीएमसी के नए भवन के संबंध में पुल निर्माण निगम के कार्यपालक अभियंता से वर्तमान स्थिति अवगत होते हुए भवन निर्माण कार्य निर्धारित समय अवधि में पूर्ण कराने का निर्देश दिए।

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