पंकज कुमार ठाकुर

बांका। जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सुमार बेलहर प्रखंड के सुदूरवर्ती और अति पिछड़ा गांव चिंगुलिया को बांका पुलिस के द्वारा गोद लिया गया है। इस गांव के उत्थान के लिए समय-समय पर बांका के पुलिस अधिकारियों द्वारा सामाजिक कार्य किए जाते रहे हैं। सामुदायिक पुलिसिंग योजना के तहत एसपी अरविंद कुमार गुप्ता ने ठंड के मद्देनजर 100 से अधिक जरूरतमंद लोगों को कंबल बांटा। साथ ही युवाओं को टॉर्च भी दिया गया।आदिवासी बाहुल्य इस गांव में अधिकारियों के आगमन पर उनका स्वागत पारंपरिक आदिवासी नृत्य और गान के साथ स्वागत किया गया।
सामुदायिक पुलिसिंग के तहत बांटा गया कंबल और टॉर्च
एसपी अरविंद कुमार गुप्ता ने बताया कि सामुदायिक पुलिसिंग योजना के तहत चिंगुलिया गांव को गोद लिया गया है। एक दौर में यह इलाका पूरी तरह से नक्सलियों के गिरफ्त में था। हालांकि इस इलाके से नक्सलियों का लगभग सफाया दिया गया है। इस गांव के जरूरतमंदों के बीच कंबल और टॉर्च का वितरण किया गया। मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए एसपी अरविंद कुमार गुप्ता ने कहा कि सरकार मुख्यधारा से भटके हुए लोगों को समाज के मुख्यधारा में जोड़ने के लिए समय-समय पर सामुदायिक पुलिसिंग योजना के तहत विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन होते रहता है। एसपी ने कहा कि जो लोग समाज से भटक चुके हैं वह मुख्यधारा में जुटे एवं बेहतर जिंदगी जिएं।
बुनियादी सुविधाओं को किया जा रहा है सुदृढ़
एसपी अरविंद कुमार गुप्ता ने बताया कि चिंगुलिया गांव के बुनियादी सुविधाओं को सुदृढ़ करने का काम लगातार किया जा रहा है। यह इलाका अत्यंत पिछड़ा था। पिछड़ेपन को दूर करने के लिए यहां के बच्चों को शिक्षित बनाया जा रहा है ताकि पढ़ लिख कर आगे वह रोजगार पा सके। वही गांव में रह रहे लोगों को आजीविका का साधन भी मुहैया कराने का प्रयास बांका पुलिस के द्वारा निरंतर किया जा रहा है। गांव को गोद लेने के बाद यहां के लोगों में आमूलचूल परिवर्तन आया है।