रिपोर्ट:- संतोष कुमार पांडेय!
बिहार सहित पूरे देश में बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराने को लेकर सरकार पहल कर रही है। लेकिन पूंजीपति बैंकों के पैसे डकारने में लगी है।यही वजह है कि बड़ी बड़ी फैक्ट्रियां बंदी के कगार पर है।और आम लोग आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहे हैं।लखीसराय सदर प्रखंड के महिसोना गांव स्थित बालाजी रौलिंग मिल भी बंदी के लिस्ट ही सामिल है।जो फिलहाल करोड़ों रुपये की बैंकिंग कर्जदार के रूप में जाना जाने लगा है।जिसे भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच फैक्ट्री को सील कर दिया गया।जिले के सबसे बड़े उद्योगपति कानोडिया फैमिली बालाजी रौलिंग फैक्ट्री के नाम पर बैंक से लिए करोड़ों की राशि लौटाने मे असमर्थ है।तभी बैंक के अधिकारियों ने लखीसराय जिला प्रशासन की देखरेख में बालाजी फैक्ट्री को सिल कर दिया।
Byte..राजीव मोहन सहाय..लखीसराय कार्यपालक दंडाधिकारी
बाइट:-SBI अधिकारी