रिपोर्ट-विक्रम उपाध्याय/खगड़िया
आगामी मोहर्रम पर्व को लेकर खगड़िया जिला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क एवं संवेदनशील है। जिले में शांति, सौहार्द्र और विधि-व्यवस्था बनाए रखने हेतु सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, अपर समाहर्ता, विशेष कार्य पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी द्वारा मोरकाही एवं भदास जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में स्वयं जाकर शांति समिति की बैठकें आयोजित की गई हैं, ताकि स्थानीय समुदायों के साथ समन्वय स्थापित कर किसी भी संभावित विवाद की रोकथाम पहले से सुनिश्चित की जा सके।
सुरक्षा और निगरानी संबंधी प्रावधान:
सभी जुलूस मार्गों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे तथा हैंडिकैम से रिकॉर्डिंग की जाएगी, ताकि प्रत्येक गतिविधि की निगरानी सुनिश्चित हो सके।
ड्रोन कैमरे की सहायता से ऊँचाई से निगरानी की जाएगी, विशेष रूप से भीड़भाड़ वाले एवं संवेदनशील क्षेत्रों में।
प्रकाश व्यवस्था हेतु आवश्यक स्थलों पर जनरेटर की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
कार्यपालक दंडाधिकारी एवं पुलिस बल प्रमुख स्थानों पर तैनात रहेंगे।
सभी मुख्य मार्गों पर गेट ब्लॉक किए जाएंगे एवं सूचना बोर्ड लगाए जाएंगे जिन पर लिखा होगा – “आप सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में हैं।”
माइक्रोफोन (माइकिंग) के माध्यम से आमजन को समय-समय पर सतर्कता संबंधी सूचनाएँ दी जाएंगी।
कोई भी मार्ग बिना सीसीटीवी निगरानी के नहीं रहेगा।
अन्य प्रशासनिक पहल:
प्रशासन को जानकारी प्राप्त हुई है कि जिले में कुल 9 जुलूस निकलते हैं, जिनमें से 8 को विधिवत लाइसेंस प्राप्त है।
सभी आयोजन गृह विभाग के दिशा-निर्देशों के अनुरूप ही आयोजित किए जाएंगे।
हथियारों के प्रदर्शन पर पूर्ण प्रतिबंध लागू रहेगा।
डीजे संचालकों के साथ बैठकें आयोजित की जा रही हैं, ताकि ध्वनि सीमा का पालन सुनिश्चित हो सके।
बिजली के तारों को ऊँचा करने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे ताजिया जुलूस में किसी प्रकार की असुविधा या दुर्घटना न हो।
जुलूस मार्गों की मैपिंग पूरी कर ली गई है तथा आधार कार्ड के माध्यम से प्रतिभागियों का डेटा संग्रह किया जा रहा है।
पिछले वर्षों की घटनाओं के आधार पर कुछ अज्ञात व्यक्तियों की पहचान कर ली गई है, जिनके विरुद्ध उचित कार्रवाई प्रक्रियाधीन है।
शांति समिति के सदस्यों से अनुरोध किया गया है कि वे स्थानीय स्तर पर संभावित विवादों का समाधान संवाद एवं सहयोग से करें।
यदि कोई युवक संदिग्ध गतिविधियों में संलिप्त पाया जाता है, तो उसके अभिभावकों से संपर्क कर समझाया जाएगा कि यदि भविष्य में दंगे या हिंसा में सम्मिलित पाया गया, तो उसका संपूर्ण कैरियर प्रभावित हो सकता है।
प्रचार-प्रसार और जन-जागरूकता:
प्रचार-प्रसार के लिए टोटो वाहनों से माइकिंग करवाई जाएगी, जिससे प्रशासन की समस्त सूचनाएँ एवं दिशा-निर्देश आम जनता तक सुलभ रूप से पहुँच सकें। नागरिकों को भी अपेक्षित सतर्कता और सहयोग बरतने की अपील की गई है।
जिला प्रशासन खगड़िया की ओर से सभी समुदायों से अपील है कि मोहर्रम का पर्व आपसी भाईचारे, सौहार्द्र और शांति के साथ मनाएँ। किसी भी आपत्तिजनक या संदेहास्पद गतिविधि की सूचना तुरंत प्रशासन को दें। आपकी सतर्कता, जिले की सुरक्षा की सबसे बड़ी ताकत है।