रिपोर्ट- अमित कुमार!
उत्तराखंड के रास्ते यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू हो गया । उत्तराखंड के सीएम सीएम पुष्कर सिंह धामी ने यूनिफॉर्म सिविल कोड ( समान नागरिक संहिता ) के लागू हो जाने के बाद कहा कि समाज में एकरूपता आएगी। राज्य में सभी नागरिकों के लिए समान अधिकार होंगे और दायित्व भी सुनिश्चित हो सकेंगे। इसके बाद बिहार में भी जमकर राजनीति शुरू हो गई है । देश और बिहार में एनडीए की साथी रही जनता दल यूनाइटेड ने भी इस कानून का जमकर विरोध किया है । जदयू एमएलसी खालिद अनवर ने कहा कि यह उत्तराखंड की जो बीजेपी सरकार है यह उसका एजेंडा था । और इस पर उन्होंने वोट भी मांगा था यदि हम सरकार में आते हैं तो उत्तराखंड में UCC ( यूनिफॉर्म सिविल कोड ) लागू कर देंगे । और उन्होंने जो UCC उत्तराखंड में लागू किया है यह जल्दबाजी में उठाया हुआ कदम है । हमारी पार्टी और हमारे नेता नीतीश कुमार लॉ कमीशन को लेटर लिखकर के बहुत पहले हमारी पार्टी का यह स्टैंड क्लियर कर दिया था , UCC मौजूदा समाज में जो डाइवर्सिटी का समाज है । जिसमें ट्राईबल्स भी रहते हैं , दलित और क्रिश्चियन के साथ-साथ सिख भी रहते हैं । हिंदू समाज की बात कर ली जाए तो उनमें भी कई कलचर डाइवर्सिटीज है । साउथ का हिंदू कुछ और मानता है , नॉर्थ का हिंदू कुछ और मानता है तो ऐसे डाइवर्सिटी वाले समाज में UCC की जरूरत नहीं है । सुप्रीम कोर्ट की जो एक्स चीफ जस्टिस गोगई जी ने जो बात कही की UCC तो जरूरी है लेकिन उसके पहले समाज को तैयार करना पड़ेगा । हमारी पार्टी और हमारे नेता इन सभी चीजों को बिल्कुल पसंद नहीं करते हैं ।
बाइट :- खालिद अनवर जदयू एमएलसी।।