अरविंद कुमार की रिपोर्ट !
कोरोना काल में जहां देश के प्रधानमंत्री लोगों को आत्मनिर्भर बनने के गुर दे रहे हैं। तो दूसरी ओर सिनेमा हॉल के मालिक अब लाचार और मजबूर होकर सिनेमा हॉल को बंद कर इस ओर से कदम पीछे खींच रहे हैं। और आज भागलपुर जिला में भी लगभग सभी हॉल पहले से ही बंद हो चुके थे। लेकिन एकीकृत बिहार का तीसरा सबसे पुराना सिनेमा हॉल जवाहर टॉकीज का आज अचानक बंद का निर्णय होना। निश्चित ही एक युग का अंत कहा जाएगा।
कब हुई थी स्थापना!
जवाहर टॉकीज की स्थापना बरारी स्टेट के जमींदार नरेश मोहन ठाकुर ने वर्ष 1950 ईस्वी में किया था और इस जवाहर टॉकीज में पहली फिल्म गणेश जन्म दिखाया गया था।
देश के पहले प्रधानमंत्री के नाम पर हुआ था नामकरण !
कहते हैं देश के प्रधानमंत्री के नाम पर इस टॉकीज का नाम जवाहर टॉकीज रखा गया था
जबकि इस सिनेमा हॉल में आखिरी फिल्म पवन पुत्र लगी थी 13 मार्च को लेकिन अगले ही दिन कोरोना के कारण इसे बंद रखना पड़ा था।