रिपोर्ट – मनोज कुमार
नवादा :-
साइबर अपराधियो ने ठगी करने की विभिन्न तरह की हथकंडे अपना रहा है,साइबर पुलिस ने महिलाओं को प्रिग्नेंट कराने की नाम पर धोखाधड़ी की एक मामले की खुलासा किया है,मौके से एक ही स्थान से आठ साइबर अपराधियों की गिरफ्तार किया गया है।सभी गिरफ्तार अपराधी एक ही गांव की बताया जाता है।मुख्यालय डीएसपी सह प्रभारी साइबर पुलिस उपाधीक्षक कल्याण आनन्द ने साइबर थाना में एक प्रेस वार्ता में बताया कि सूचना पर एसपी अंब्रिश राहुल की निर्देश पर मुख्यालय डीएसपी के नेतृत्व में एक एसआईटी टीम गठित किया गया, मुफस्सिल थाना क्षेत्र के गुरमा गांव में छापेमारी की गई जिसमे एक बोरिंग पर ईट की बने कमरे के पास आठ साइबर अपराधी की गिरफ्तार किया गया,जिसके पास से एक प्रिंटर मशीन तथा नौ एंड्रॉयड मोबाइल भी बरामद हुआ है ,गिरफ्तार साइबर अपराधियो की पहचान मुफस्सिल थाना क्षेत्र के गुरम्मा गांव निवासी सुनील कुमार के 20 वर्षीय पुत्र शत्रुघ्न कुमार उर्फ सोनू,जयराम सिंह के 32 वर्षीय पुत्र राजेश कुमार,विनय कुमार के 30 वर्षीय पुत्र प्रभात कुमार,कालीचरण महतो के 42 वर्षीय पुत्र कविंद्र कुमार,राजू रविदास के 20 वर्षीय पुत्र गोपाल दास,कपिल चौधरी के24 वर्षीय पुत्र अनिल कुमार,चरण दास 24 वर्षीय पुत्र अजय कुमार तथा अकबरपुर थाना क्षेत्र के फरहा गांव निवासी महेश रविदास के 19 वर्षीय पुत्र लक्ष्मण कुमार जो अपने ननिहाल गुरमा के रूप में हुआ है। डीएसपी ने बताया कि पूछताछ में गिरफ्तार साइबर अपराधियो ने बताया है कि ऑल इंडिया प्रिंग्नेट जॉब अर्थात बेबी बर्थ सर्विस की नाम पर भोले भाले लोगो को मोबाइल पर संपर्क करता था,जिन महिलाओं को बच्चा नहीं होता है, उन महिलाओं को प्रिग्नेंट करना है,महिला प्रिग्नेंट हो जाने पर 13 लाख रुपए दिए जाएंगे,नही होने के बाद भी पांच लाख रुपए मिलेंगे। इस तरह की धोखाधड़ी कर अपने जाल में फंसाता था।ठगी की बाते में आ जाने पर रजिस्ट्रेशन की नाम पर 799 रुपए लिया जाता था, रजिस्ट्रेशन कराने के बाद सिक्योरिटी चार्ज की नाम पर पांच हजार से लेकर बीस हजार रुपए की ठगी की जाती थी। इस छापेमारी दल में साइबर इंचार्ज डी एसपी कल्याण आनंद सहित पुलिस इंस्पेक्टर सुजय विद्यार्थी तथा रविरंजन के साथ स्वाइट टीम शामिल थे।गौरतलब है कि साइबर अपराधियो ने ठगी की विभिन्न तरह की हथकंडे अपनाते है,ऐसे तो प्रायः बजाज फाइनेंस सहित अन्य कंपनी में लोन दिलाने की नाम पर ठगी की जाती है,लेकिन इन गिरफ्तार साइबर अपराधियो ने महिलाओ को प्रिग्नेंट कराने की नाम पर भोले भाले लोगो को नौकरी दिलाने की नाम पर ठगी कर रहा था।हालांकि साइबर पुलिस ने एक नई मामले की खुलासा तो कर एक कामयाबी भले मान रही है,लेकिन इस साइबर अपराध पर अंकुश लगाना एक बड़ी चुनौती बना हुआ है।