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तो दीदी बना रही है मास्क, पहुंच मुहल्ले और गली गली!

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दरभंगा से धर्मेंद्र पांडे

दरभंगा। कोरोना महामारी के प्रसार को रोकने के लिए बिहार सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में मुफ्त मास्क वितरित करने का निर्देश दिया है। इसके तहत जीविका दीदियों के द्वारा बड़ी संख्या में मास्क बनाए जा रहे हैं और ग्राम पंचायतों के माध्यम से लोगों को वितरित किए जा रहे हैं। लेकिन इन मास्क की क्वालिटी घटिया होने की शिकायतें मिल रही हैं। दरभंगा सदर प्रखंड के सारा मोहम्मदपुर और शीशो पश्चिमी पंचायत के कई लोगों ने मास्क की क्वालिटी खराब होने की शिकायत की।
सारा मोहम्मदपुर पंचायत के केशव कुमार ने कहा कि यह मास्क एक दिन भी नहीं चल रहा है। इसका फीता टूट रहा है और इसमें से कपड़े का रंग निकल कर चेहरे पर लग रहा है। उन्होंने सरकार से अच्छी क्वालिटी का मास्क उपलब्ध कराने की मांग की।
शीशो पश्चिमी पंचायत के मोहम्मद लालपुर ने कहा कि बिहार सरकार की ओर से जो मास्क उपलब्ध कराया जा रहा है उसका फीता टूट जाता है। साथ ही यह काफी टाइट है जिसकी वजह से कान में दर्द होता है। इसके अलावा इसमें से रंग निकलता है जो हाथों और चेहरे पर चिपकता है।
उधर, शीशो पश्चिमी पंचायत के मुखिया मोहम्मद शमशे आलम ने कहा कि सरकार का निर्देश है कि जीविका की ओर से उपलब्ध कराए जाए जा रहे मास्क को ग्रामीणों के बीच वितरित करना है। उन्होंने कहा की जीविका दीदियों की ओर से बनाए जा रहे मास्क की की क्वालिटी अच्छी नहीं है। उन्होंने कहा कि लोग लगातार शिकायतें लेकर आ रहे हैं कि मास्क का फीता टूट रहा है और इसका कपड़ा खराब है, जिसमें से कलर निकल रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की कि संकट के इस समय में आपदा को अवसर में न बदला जाए बल्कि सरकार की ओर से निर्धारित दर पर अच्छी क्वालिटी का मास्क लोगों को उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने कहा कि जीविका से मास्क लेने की अनिवार्यता खत्म की जाए और जहां से भी अच्छी क्वालिटी का मास्क मिले वहां से खरीदने की अनुमति दी जाए।
इस संबंध में बात करने पर जीविका के दरभंगा सदर प्रखंड के परियोजना प्रबंधक आलोक कुमार ने कहा कि जीविका दीदियों की ओर से बनाए जा रहे मास्क की क्वालिटी बढ़िया है। उन्होंने कहा कि ये मास्क डबल लेयर के हैं और सुरक्षित हैं। हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि लाखों की संख्या में मास्क का उत्पादन हो रहा है। इस वजह से कुछ मास्क की क्वालिटी खराब हो सकती है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के समय में कपड़ा और दूसरे मेटेरियल खरीदने में परेशानी हो रही है इसलिए मास्क बनाने पर भी असर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि खराब क्वालिटी को लेकर लोगों की शिकायतें मिली हैं और उन्हें दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।

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