माहिला ने हिम्मत और हौसले का दिया अद्भुद परिचय, पति को दी मुखाग्नि!

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

धर्मेंद्र पांडेय की रिपोर्ट :

कोरोना से पति की हुई मौत तो पत्नी ने पीपीई कीट पहन पति को दिया मुखाग्नि!

दरभंगा (बिहार) :- कोरोना क्या आम और क्या खास लोगो की सिर्फ जिंदगी ही नही छीन रहा बल्कि रिश्ते- नाते , दोस्त-यार, अपने – पराए सभी को दूर कर रहा है। इसका जीता जागता उदाहरण बिहार के दरभंगा में देखने को तब मिला जब एक अकेली महिला अपने पति का शव को लेकर न सिर्फ दरभंगा श्मशान घाट दाह संस्कार करने पहुँची बल्कि खुद पीपीई कीट पहन कर पति को मुखाग्नि देकर अपना पत्नी धर्म हिम्मत के साथ निभाई । इस काम में जब अपनो ने मुंह फेरा तो कबीर सेवा संस्था के लोगो ने महिला की मदद दाह संस्कार में किया ।

दरअसल बिहार के समस्तीपुर की रहने वाली महिला मीना देवी का पति हरिकांत राय कोरोना संक्रमित हो गए, इसके बाद रोसड़ा अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया जब हरिकांत राय की तबियत ज्यादा खराब हुई तो रोसड़ा अस्पताल से उसे DMCH दरभंगा अस्पताल भेज गया ।

कबीर सेवा संस्था के सदस्य नवीन सिन्हा ने बताया कि दरभंगा के कोरोना वार्ड में इलाज़ के दौरान माहिला के पति की मौत हो गई । मृतक की पत्नी ने अपने सभी रिस्तेदारो को इसकी सूचना भी दी लेकिन सिवाय आश्वासन के अलावा कोई मदद को आगे नही आया । अंतिम संस्कार के लिए महिला ने कई घण्टो तक अपने परिजनों का इंतज़ार किया लेकिन जब कही से मदद नही मिली तब अकेले अपने पति का अंतिम संस्कार करने की ठान ली। इसी बीच उसने कबीर सेवा संस्था से संपर्क कर मदद मांगी और मौत के करीब अठारह घंटे बाद अपने पति के शव को एम्बुलेंस पर लाद महिला अकेले ही श्मशान पहुंच गई, जहाँ कबीर सेवा संस्थान के लोगो की मदद से महिला ने पीपीई कीट पहन कर अपने पति को न सिर्फ मुखाग्नि दी बल्कि विपरीत परिस्थिति में अपने हिम्मत और हौसले का अद्भुद परिचय दिया ।

आश्चर्य की बात यह है कि जब महिला शव को लेकर मुक्तिधाम पहुंची इसके बाद तीन चार उनके रिश्तेदार वहां पहुंचे जरूर लेकिन सभी सिर्फ तमाशबीन बने रहे और काफी दूरी भी बनाये रहे कोरोना का डर और भय इस कदर उनके रिस्तेदार पर हावी था कि मुखाग्नि देने वाली महिला को उनके रिस्तेदार अपने साथ अपने बाइक या दूसरी सवारी से भी ले जाने के लिए तैयार नही हुए । अंत मे कबीर सेवा संस्था के लोगो ने जिला प्रशासन से मदद मांगी फिर महिला को देर रात उसके घर भेजा गया ।

Leave a Comment

और पढ़ें