कैमूर/भभुआ(ब्रजेश दुबे):
शनिवार को को देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती कैमूर जिले के भभुआ व मोहनिया शहर के अलावे सभी प्रखंडों में धूमधाम से मनाई गई। इस दौरान डॉ.राजेंद्र प्रसाद के बताए गए रास्ते पर चलने का संकल्प भी लिया। देश के प्रथम राष्ट्रपति की जयंती पर मुख्य कार्यक्रम शहर के स्कूलों समेत अन्य जगहों पर आयोजित हुआ। जहां डॉ. राजेंद्र प्रसाद की प्रतिमा पर लोगों ने माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया। इस मौके पर लोगों ने देश के प्रथम राष्ट्रपति के व्यक्तित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। वक्ताओं ने कहा कि डॉ राजेन्द्र प्रसाद (3 दिसम्बर 1884 – 28 फरवरी 1963) भारत के प्रथम राष्ट्रपति एवं महान भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे। वे भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से थे और उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में प्रमुख भूमिका निभाई। उन्होंने भारतीय संविधान के निर्माण में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया था। राष्ट्रपति होने के अतिरिक्त उन्होंने भारत के पहले मंत्रिमंडल में 1946 एवं 1947 मेें कृषि और खाद्यमंत्री का दायित्व भी निभाया था। सम्मान से उन्हें प्रायः ‘राजेन्द्र बाबू’ कहकर पुकारा जाता है।