अश्विनी श्रीवास्तव के साथ एस के पीयूष :
शातिर चोरों ने इंसान के साथ-साथ भगवान को भी नहीं छोड़ा!
बांका जिले के रजौन थाना क्षेत्र में चोरी हत्या डकैती लूट की घट रही घटनाओं के बीच बेखौफ शातिर चोरों ने एक बार फिर पुनसिया बस्ती के ठाकुरबाड़ी से राधा कृष्ण की बेशकीमती अष्टधातु की मूर्ति को अपना निशाना बनाते हुए बेशकीमती मूर्ति की चोरी कर ली । कहा जाए तो गलत नहीं होगा कि रजौन थाना क्षेत्र में इंसान सुरक्षित नहीं है लेकिन इंसान के साथ-साथ अब भगवान भी सुरक्षित नहीं है चोरों ने इस बार अपना निशाना भगवान को ही बना दिया । रजौन थाना क्षेत्र के पुनसियाबस्ती ठाकुरबारी से बेशकीमती अष्टधातु राधा कृष्ण की मूर्ति चोरी होने की सूचना मंदिर के पुजारी को तब मिली जब शनिवार की सुबह वह मंदिर में पूजा करने के लिए प्रवेश किया । मंदिर के पुजारी प्रकाश मंडल ने बताया कि मंदिर में प्रवेश करते ही वह अवाक रह गया मंदिर का सिंहासन खाली था और वहां पर राधा कृष्ण की मूर्तियां नहीं थी। फिर क्या था वहां ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठी हो गई। और बात जंगल के आगे की तरह फैल गई। उधर घटना को लेकर ग्रामीणों ने इसकी सूचना रजौन थाना पुलिस को भी दी। घटना की सूचना पाकर रजौन पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और जांच पड़ताल शुरू कर दी । ग्रामीणों ने बताया कि मंदिर का गेट खुला ही रहता है, जिससे चोर आसानी से मंदिर में प्रवेश कर मूर्ति चोरी की घटना को अंजाम दे गए। मालूम हो कि रजौन थाना क्षेत्र के ठाकुरबाड़ी एवं मंदिरों से बेशकीमती मूर्ति चोरी किए जाने की कोई नई घटना नहीं है इसके पूर्व भी खैरा ठाकुरबाड़ी, गोपालपुर ठाकुरबाड़ी सहित अन्य जगह से कीमती मूर्तियां चोरी चली गई थी।
करीब 100 वर्षों का इतिहास : पुनसिया बस्ती के ग्रामीणों ने बताया कि ठाकुरबाड़ी का इतिहास करीब 100 वर्षों का है गांव के ही सूर्यनारायण मंडल के पूर्वज स्वर्गीय बलदेव मंडल द्वारा ठाकुरबाड़ी का निर्माण कराया था । यह ठाकुरबाड़ी करीब 100 वर्ष पुराना है ठाकुरबाड़ी में नियमित पूजा अर्चना का कार्य उनके वंशज प्रकाश मंडल ही करते आ रहे है। ग्रामीण ठाकुरबाड़ी से मूर्ति का चोरी होना अशुभ मान रहे हैं। ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन से मूर्ति बरामदगी की गुहार लगाई।
क्या कहते हैं थानाध्यक्ष : थानाध्यक्ष बुद्धदेव पासवान ने बताया कि पुलिस प्रत्येक बिंदु पर गहन जांच-पड़ताल कर रही है उन्होंने माना कि निश्चित रूप से क्षेत्र में अपराध बढ़ा है लेकिन इसके और उद्भेदन के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ा जाएगा।