रिपोर्ट धीरज शर्मा

मंगलवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के द्वारा स्थानीय कार्यालय हरिया पट्टी सुजागंज भागलपुर में मगध विश्वविद्यालय के भ्रष्ट कुलपति की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। अभाविप के विश्वविद्यालय संयोजक संजय झा ने कहा कि निगरानी की विशेष टीम की पुष्टि करने , करोड़ रुपए व ज्वेलरी पकराने के बाद भी भ्रष्ट कुलपति की गिरफ्तारी नहीं होना राजभवन व सरकार की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है और इनलोगों की संलिप्तता को भी दर्शाता है। इनसे बिहार की छवि धुमिल हुई है।मगध विश्वविद्यालय के कुलपति सहित सभी संलिप्त कर्मचारी पदाधिकारी की गिरफ्तारी जल्द से जल्द होनी चाहिए। विश्वविद्यालय को भ्रष्टाचार का अड्डा नहीं बनने दिया जाएगा। बिहार के सभी विश्वविद्यालय में वित्तीय अराजकता की जांच CBI से कराने की जरूरत है। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में भी बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की आशंका है यहां भी CBI जांच की आवश्यकता है ।रूसा द्वारा आवंटित फंड,कापी खरीद बिक्री,बीएड कालेज, शिक्षक नियुक्ति व तबादला, छात्रसंघ का पैसा ,परीक्षा विभाग आदि में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की आशंका है। छात्रों का शेषण लेट चल रहा है। विश्वविद्यालय में Printer मशीन व कागज नहीं है। विश्वविद्यालय अतिथि आवास व्यक्तिगत हित में उपयोग किया जाना चिंता का विषय है। अभाविप इनकी कड़ी निन्दा करती। जल्द ही TMBU में भी छात्रहित में संघर्ष किया जाएगा। मौके पर अभाविप के परदेश कार्यकारिणी सदस्य आशुतोष सिंह तोमर, कुणाल पाण्डेय, नगर मंत्री कपिश शर्मा मौजूद रहे।