:- रवि शंकर शर्मा!
हृदय,फेफड़ा व नस चिकित्सा के भारतीय हार्ट सर्जरी चिकित्सा संघ के आजीवन सदस्य बनाये गए बेगूसराय के हार्ट सर्जन डॉ धीरज शाण्डिल्य, देश के नामचीन हार्ट सर्जन देंगे इनका साथ ।
खेल हो शिक्षा हो,राजनीति हो ,प्रशाशन हो ,बेगूसराय के लोग हर क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर अपना नाम स्थापित करते आये हैं।
इसी कड़ी में चिकित्सा के क्षेत्र में यह काम डॉ धीरज शाण्डिल्य कर रहें है ।
जिला के प्रथम हार्ट सर्जन बनने के बाद जल्द ही वेस्ट बंगाल को छोड़कर पूरे पूर्वी भारत मे छाती,फेफड़ा नस व हृदय सर्ज़री को विकसित करने के लिए इन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है ।
अभी भी बिहार में महज़ 9 से 10 हार्ट सर्जन ही हैं और अभी यह सर्जरी बिहार में बहुत उन्नत नहीं है , ज्यादातर लोगों को दिल्ली ,मुम्बई व चेन्नई का रुख करना पड़ता है। सरकार को भी हृदय, फेफड़ा रोगी को बाहर भेजना पड़ता है ,बिहार में ये सब आपरेशन बहुत ही कम हो पा रही है जबकि बिहार को हर महीने कम से कम 50 हज़ार हार्ट सर्जरी की ज़रूरत है ।
इस कमी को पूरा करने के लिए डॉ धीरज शाण्डिल्य को चंद महीनों बाद नई जिम्मेदारी व राष्ट्रीय स्तर से सहयोग मिल सकता है ।