राजकीय मेला बना बाबा गणिनाथ पलवैया धाम मेला, बिहार सरकार का ऐतिहासिक फैसला!

SHARE:

रिपोर्ट- अमित कुमार!


बिहार सरकार ने आज एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए वैशाली जिले के महनार स्थित बाबा गणिनाथ पलवैया धाम में लगने वाले मेले को राजकीय मेला का दर्जा दे दिया है। अब यह मेला बिहार राज्य मेला प्राधिकरण के अधीन आयोजित किया जाएगा। इसके लिए सरकार ने 30 लाख रुपये की राशि भी स्वीकृत की है।

बाबा गणिनाथ पलवैया धाम, महनार—लोक आस्था का प्रतीक, अब एक राजकीय मेला स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।
बिहार सरकार की मंत्री परिषद की बैठक में लिए गए इस फैसले को राज्य की धार्मिक, सांस्कृतिक और क्षेत्रीय विकास की दिशा में मील का पत्थर माना जा रहा है।


“बाबा गणिनाथ जी जनआस्था के प्रतीक हैं। राज्य सरकार ने जनभावना का सम्मान करते हुए इस मेला को राजकीय मेला घोषित किया है। इससे ना केवल सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण होगा, बल्कि स्थानीय रोजगार और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।”

सरकार द्वारा मेला आयोजन हेतु ₹30 लाख का बजट आवंटित किया गया है। अब यह मेला राज्य मेला प्राधिकरण के अंतर्गत भव्य, सुव्यवस्थित और पर्यटक-अनुकूल रूप में विकसित किया जाएगा।

बाबा गणिनाथ जी को समाज में न्याय, त्याग, और आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। हर वर्ष इस मेले में हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं।

उल्लेखनीय है कि 13 अप्रैल, 2025 को पटना स्थित मिलर हाई स्कूल में आयोजित वंशी चाचा शहादत समारोह सह कानू हलवाई अधिकार रैली में इस मेला को राजकीय दर्जा देने की मांग जोर-शोर से उठी थी। सरकार ने इस जनभावना को सम्मान देते हुए यह निर्णय लिया।


राजकीय दर्जा मिलने के बाद बाबा गणिनाथ धाम मेला अब और अधिक भव्य रूप में देश-दुनिया के श्रद्धालुओं को आकर्षित करेगा। यह कदम राज्य के सांस्कृतिक और आर्थिक विकास की नई दिशा तय करेगा।

Join us on:

Leave a Comment