रिपोर्ट- अमित कुमार!
पटना में लोजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल पर जानलेवा हमला हुआ है। इस घटना के बाद श्रवण अग्रवाल ने पार्टी कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन कर पुलिस की लापरवाही और अपराधियों के बढ़ते हौसले पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
विस्तृत रिपोर्ट:
लोजपा नेता श्रवण अग्रवाल ने बताया कि हमला उस वक्त हुआ जब वह अपने वाहन से जा रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि अपराधियों ने उनके वाहन को रोकने की कोशिश की और उन्हें जिंदा जलाने का प्रयास किया।
श्रवण अग्रवाल ने कहा,
“पुलिस को फोन किया गया, लेकिन पुलिस विलंब से पहुंची। इस बीच अपराधी बड़ी संख्या में हरवे-हथियार लेकर जुट गए।”
उन्होंने आगे बताया कि जब पुलिस ने उन्हें अपनी गाड़ी में बैठाकर बचाने की कोशिश की, तब भी अपराधियों ने उनका पीछा किया और फायरिंग तक की।
थाना पर भी हुआ हंगामा:
श्रवण अग्रवाल ने यह भी आरोप लगाया कि अपराधी थाना तक पहुंच गए और वहां चढ़कर गालियां दीं। उन्होंने कहा,
“थाना पर अपराधी खुलेआम धमकियां दे रहे थे और मुझ पर दबाव बना रहे थे कि केस वापस ले लूं।”
पुलिस पर सवाल:
श्रवण अग्रवाल ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि अपराधियों का मनोबल इतना बढ़ गया है कि राजधानी पटना में खुलेआम तांडव हो रहा है।
राजनीतिक साजिश का आरोप:
श्रवण अग्रवाल ने इस हमले को राजनीतिक साजिश करार दिया और कहा कि बिहार में अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण मिल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा में शामिल होने वाले अपराधियों को “वाशिंग मशीन” के जरिए संत बना दिया जाता है।
पंजाब के मुख्यमंत्री का उदाहरण:
उन्होंने कहा,
“जब पंजाब के मुख्यमंत्री जयंत सिंह को सुरक्षा नहीं बचा सकी, तो मेरी हत्या भी तय है। बिहार में अब अंधेर नगरी और चौपट राजा वाली स्थिति हो गई है।”
बाइट:
श्रवण अग्रवाल, राष्ट्रीय प्रवक्ता, लोजपा
निष्कर्ष:
इस घटना ने बिहार में कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस मामले की जांच में जुटी है, लेकिन अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है।