रिपोर्टर — राजीव कुमार झा
गणेश पूजा कार्यक्रम के दौरान आरकेस्ट्रा प्रोग्राम में माही मनीषा को देखने आए दर्शकों ने जम कर मचाया उत्पाद
मधुबनी जिले के खजौली प्रखंड मुख्यालय स्थित आयोजित गणेश पूजा के दौरान आर्केस्ट्रा डांसर माही मनीषा के कार्यक्रम में जमकर हुआ बवाल। पिछले दो-तीन दिनों से मधुबनी में माही मनीषा का कार्यक्रम कई जगहों पर देखने के लिए मिला। इसी बिच गुरुवार को खजौली में गणेश पूजा के अवसर पर माही मनीषा का कार्यक्रम होना था। कार्यक्रम को लेकर कमेटी के द्वारा यह सूचना दी गई थी की रात के करीब 11 बजे से कार्यक्रम शुरु हो जाएगी। माही मनीषा को देखने की चाहत रखने वाले मधुबनी जिले के ही नही बल्कि अगल बगल के सभी क्षेत्रों से लेकर दरभंगा से भी ट्रेन पर सवार होकर लोग दिन से ही खजौली पहुंच रहे थे। जो रात 11:00 बजे तक भीड़ की संख्या लाखो में पहूंच गई। लेकिन माही मनीषा तय समय पर नहीं पहुंच सकी। रात के करीब 1 बजे तक लोग मैदान में खड़े रहे और हो हल्ला होता रहा। कमेटी के लोगो से भीड़ सम्भल नही रहा था। लिहाजा कमिटी के लोग मौके से गायब हो गए। इसी बीच करीब डेढ़ बजे तक माही मनीषा कार्यक्रम स्थल पर पहुंची। जैसे ही साज बाज लेकर म्यूजिसियम स्टेज पर पहंचे तो भीड़ ने स्टेज पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। भीड़ की डिमांड थी कि देर किए हैं तो पहले डांसर माही मनीषा को स्टेज पर बुलाया जाए। भीड़ को देखते माही मनीषा स्टेज पर पहूंच कर डांस शुरू भी कर दी।लेकिन कुछ ही देर में बवाल हो गया। भीड़ ने माही मनीषा पर पानी का बोतल फेकना शुरू कर दिया। भीड़ बेकाबू और नियंत्रण से बाहर हो गया। माही मनीषा के साथ आए उसके सुरक्षा टीम के लोगों एवं कमेटी के लोगों के लाख कोशिशें के बावजूद भी हंगामा रुकने का नाम नहीं ले रहा था। बल्कि इतनी बड़ी भीड़ को कंट्रोल करने के लिए महज एक पुलिस की गाड़ी के साथ आए कुछ पुलिस के लोग मौके पर तो मौजूद थें। लेकिन ये पुलिस के लोग भी उत्पात रोक पाने में लाचार नजर आ रहे थे। वही बवाल के बीच कार्यक्रम को रोक दिया गया। जिस के बाद भीड़ और ज्यादा आक्रोशित होकर हो हल्ला करते हुए स्टेज में आग लगा दिया। बताया जा रहा है की इस बबालीयों ने करीब 30 लाख का स्टेज और साउंड सिस्टम का नुकसान पहुंचाया। वही भीड़ के बीच से जैसे तैसे माही मनिषा को निकाला गया। बीती रात हुई इस घटना को लेकर जिले भर में चर्चा की विषय बनी हुई है। लोग कमिटी की व्यवस्था पर प्रश्न उठा रहा है। अगर भीड़ इतनी बड़ी संख्या में जुटने का अनुमान था तो कमेंट को मुकम्मल प्रशासनिक व्यवस्था किया जाना चाहिए था ।माही मनीषा का कार्यक्रम स्थल पर देर से पहुंचना भी बबाल का एक मुख्य वजह बताया जा रहा है। गनीमत की बात रही की इतने बड़े भीड़ को उग्र होने और तोर फोर पर उतारू हो जाने के बाबजूद भी किसी की जान नहीं गई।