रिपोर्टर — राजीव कुमार झा
मधुबनी जिला के हरलाखी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत फुलहर पंचायत के मनोहरपुर गांव में लोगों ने रविवार को बिजली विभाग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी किया। दरअसल प्रदर्शन करने वाले आक्रोशित लोगों का कहना है कि इन दिनों भीषण गर्मी में बिजली कटौती की समस्या से लोग परेशान हो रहे है। रात हो या दिन किसी भी समय बिजली का आंख मिचौली का खेल का सामना करते जनता का धैर्य जबाब दे रही है। एक दिन में आठ से दस बार बिजली कट होना आम बात हो गई है। वही दिन में भी बिजली की आंख मिचौली का खेल चलता रहता है। जो रात भर जारी रहता है। इस बात से परेशान उपभोक्ता मनोहरपुर गांव के पलटू ठाकुर, दिनेश साह, सुधीर कुमार साह, मनोज यादव, लालू यादव, रामदयाल यादव, रास बिहारी यादव, अभिनंदन कुमार दास, गूलटन दास, श्याम मंडल सहित दर्जनों लोगों ने बिजली विभाग के कर्मीयों के विरुद्ध कई आरोप लगाया है। वही प्रदर्शन करने वालो ने बिजली विभाग मुर्दाबाद, हरलाखी जे ई मुर्दाबाद का जोरदार नारा लगा कर अपना आक्रोश व्यक्त किया। इन लोगों ने बताया है कि मनोहरपुर बाजार के पास बिजली ट्रांसफार्मर लगा हुआ है, लेकिन चारों तरफ से जंगल है। लोगों का कहना है कि बिजली विभाग लोगों की जान के साथ सरेआम खिलवाड़ करती आ रही है। कब यहां घटना हो जाए किसी को नहीं पता। मीटर रीडिंग के बिना बैठे बैठे ही बिजली बिल रीडिंग कार्य किया जा रहा है और बदले में उपभोक्ताओं से अधिक बिल की उगाही किया जा रहा है। वही प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बताया समय से बिजली बिल भुगतान करने के बावजूद भी भीषण गर्मी में बिजली कट से परेशान हैं। वही बिजली विभाग लापरवाह बनी हुई है। आगे इन आन्दोलन कारियों का कहना है कि भीषण गर्मी के समय में बिजली कट की वजह से रोज मर्रे के कार्य पर बूरा असर पर रहा है। लोगों का जीवन बूरी तरह प्रभावित हो रहा है। इसके बाबजूद भी बिजली विभाग का रवैया दिन प्रतिदिन खराब होता जा रहा है। अगर बिजली कटौती को लेकर विभागीय स्तर पर सुधार नही किया गया तो हम सभी उपभोक्ता उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। इस बाबत विद्युत कनीय अभियंता सपन कुमार से बात करने पर उन्होंने बताया है कि पेड़ पौधा कटवाने के लिए सुबह से शटरडाउन लिया गया था। जिसे वापस कर बिजली बहाल कर दिया गया है। जहां तक घर बैठे बिलजी बिल रीडिंग की बात बताई जा रही है, यह मामला मुझे पहली बार संज्ञान में आया है, इस बात की जांच करवाया जाएगा। दोषी पाए जाने वाले कर्मी पर कार्रवाई की जाएगी।