जल प्रलय के तांडव से निकले लोग, दूर-दूर तक नहीं दिखा कोई आस!

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मोतिहारी से अरविंद कुमार

धूमा त्रासदी झेलने के बाद आज सड़क पर उतरे सत्तासीन के खिलाफ जमकर आक्रोश!

खबर मोतिहारीं से है जहाँ पिछले दो महीने से बाढ़ त्रास्दी झलने के बाद तिरुवाह इलाके के लोग आक्रोशित  होकर  आज सड़क पर उतरे और जमकर प्रदर्शन किए ।

 आपको बतादें कि इलाके में अस्पताल बनाने को लेकर तिरुवाह बहास विकास संघर्ष समिति के बैनर तले दर्जनों गांव के हजारो कार्यकर्त्ता बारिश में भीगते हुए  पुराने बंजरिया ब्लॉक के समीप पहुचे और जमकर विरोध जताया व् आक्रोश मार्च निकाल प्रशासन और स्थानीय नेताओं के खिलाफ खूब हंगामा मचाया ।मामला मोतिहारी के  बाढ़ग्रस्त इलाका बंजरिया  का  है जहां के 13  पंचायत के मुखिया ,,व 17 पंचायत समिति के  सदस्य के साथ स्थानीय बिधायक सहित क्षेत्र के हज़ारो ग्रामीण नआज प्रखंड कार्यालय पर पहुचे और  हाथों में तख्तियां लेकर  सैकड़ो ट्रेक्टर  पर सवार होकर हज़ारो ग्रामीणों ने  बंजरिया प्रखंड कार्यालय  का घेराव कर आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया  ।

दरअसल आज ग्रामीणों का गुस्सा इस बात को लेकर था कि इसी क्षेत्र के कुछ  जनप्रतिनिधि व यहां के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से  वैसे जगह पर 60  बेड का  सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र  बनाने का प्रस्ताव सरकार के पास भेजा गया है जहां पर पूर्व से पीएससी स्थापित है व वहां पहले से अस्पताल चलता है ,,,फिर भी वही पर दूसरा अस्पताल बनाने का प्रयास किया जा रहा है ।जिसका बिरोध प्रखंड के  सभी 13 वें मुखिया व 18 में से 17 पंचायत समिति सदस्य सहित अन्य जनप्रतिनिधि व स्थानीय बिधायक सभी के सभी कर रहे हैं   । जबकि सभी के सभी इस बात पर अड़े है कि नया अस्पताल बंजरिया के बुढ़वा गांव में बने  क्योकि इससे न सिर्फ  बंजरिया क्षेत्र के 97 प्रतिशत आबादी लाभान्वित होंगे बल्कि सुगौली ,,आदापुर व मोतिहारी प्रखंड के भी कई पंचायत के लोगों को इसका सीधा फायदा मिलेगा । 

क्योकि पिछले दिनों इलाके में आई प्रलयकारी बाढ़ में तिरुवाह इलाके को मरीज लेजाने के लिए एम्बुलें के तौर पर खाट का इस्तेमाल किया गया था जिसकी तस्वीर भी ये लोग हाथ में लिए दिखा रहे है ।

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