ऋषिकेश

रहुई प्रखंड क्षेत्र के पंचाने नदी का जल स्तर बढ़ते ही मई पंचायत के पहियारा खंधा के पास पंचाने नदी का लगभग 40 फिट की दूरी तक तटबंध टूट गया है।इससे सैकड़ो बीघे के खन्धे में पानी फैल गया है। तटबंध का कटाव भी ऐसा कि नदी के पानी का बहाव ही इस ओर मुड़ गया है।किसानों की पूंजी बर्बाद होने का भय व्याप्त है। मई गांव के किसान अरुण मुखिया व हवनपुरा पंचायत के अजय यादव ने बताया पानी का जल्द निकास नही हुआ तो धान लगा फसल बर्बाद होने तय है। फरीदा गांव निवासी कौशलेंद्र कुमार ने बताया कि पांच सौ रुपये खरीद कर धान का बिचड़ा लगाये थे।पिछले बार भी यही तटबंध टूट गया था।उस वक्त धान का बिचड़ा बर्बाद हुआ था।इस बार बांध टूटने से धान का लगा फसल बर्बाद होने तय है।इस तटबंध के टूटने से मई फरीदा, मथुरापुर, सैदी, सैदल्ली, मथुरापुर, मल्लिचक हवनपुरा, दुलचन्दपुर, गांव के खन्धे नदी का पानी से खेती प्रभावित होने की सम्भावना है। जल्द यदि पानी की रफ्तार कम नही हुई या फिर तटबंध की मजबूती के साथ मर्मरत नही की गई तो हजारों बिधे खेत मे फसल डूबना तय है।
तटबंध टूटने की जानकारी मिलते ही जल संसाधन विभाग की वरीय अधिकारियों व एसडीओ कुमार अनुराग ,सीओ रंजीत कुमार व अन्य अधिकारी जायजा लेने पहुँचे और घटनास्थल का मोनेटरिंग कर रहे है। रहुई गांव के गौढ़ा खंधा व अहरा खंधा में नदी से पानी लगातार खेतो में बह रही है।अहरा खंधा से गौढ़ा खंधा में पुलिया के रास्ते पानी जमा हो रहा है।खास बात यह कि इस गौड़ा खंधा के पानी का निकास नहीं है।हर साल ज्यादा पानी रहने से इस खन्धे में लगे फसल तो बर्बाद होते ही रहते है।इसका समाधान के लिये न तो किसान चिंतित है और न प्रशासन।
वही जल संसाधन विभाग के अधिकारी कपिलदेव कुमार ने बताया कि नदी का जलस्तर काफी उफान पर है, तटबंध मर्मरती का काम जोरो से चल रहा है।एका एका पंचाने नदी का जलस्तर बढ़ने के बजह से दस फिट पहिआरा बांध टूट गया है।हालाकि उन्होंने बाढ़ की खतरा से इंकार करते हुए कहा कि रात भर में जलस्तर घटने की बात कही।