न्यूज डेस्क उत्तर प्रदेश शंखनाद
गाजीपुर। हादसे में मृत सेना के जवान के शव को प्राइवेट एंबुलेंस द्वारा पैतृक गांव भेजे जाने से नाराज ग्रामीणों ने आज गाजीपुर में जमकर बवाल काटा। आक्रोशित लोगों ने हाईवे पर चक्का जाम और पथराव किया। पथराव में प्रशासनिक अधिकारी की गाड़ी समेत कई वाहनों के शीशे तोड़ दिए गए।
बता दें कि बहरियाबाद थाना क्षेत्र वृंदावन गांव निवासी जवान अभिषेक यादव की असम के मीसामारी में तैनाती थी। बीते 29 मई को पहाड़ी पर लगे सैनिक कैंप से नीचे उतरते समय अनियंत्रित होकर जीप खाई में गिरने से घायल हो गए थे। असम के तेजपुर स्थित सैनिक अस्पताल में बीते दो जून को इलाज के दौरान अभिषेक यादव की मौत हो गई। जवान का पार्थिव शरीर राजधानी एक्सप्रेस से वाराणसी आया। वहां से प्राइवेट एंबुलेंस द्वारा परिवार के लोग पार्थिव शरीर लेकर घर आने लगे। इधर इस बात की जानकारी होते ही ग्रामीणों ने सुबह साढ़े सात बजे सिधौना बाजार में गाजीपुर–वाराणसी मार्ग जाम कर शहीद का दर्जा देने, सेना के वाहन से पार्थिव शरीर घर भेजने और सम्मान से अंतिम संस्कार कराने की मांग शुरू कर दी। कुछ देर बाद सैदपुर तहसीलदार दिनेश कुमार और पुलिस टीम भी मौके पर पहुंच गयी और आक्रोशित लोगों को को समझा-बुझा कर जाम खत्म कराने का प्रयास करने लगी दी। लेकिन लोग काफी उग्र हो गए और पथराव करना शुरू कर दिए जिससे अधिकारी समेत कई वाहनों के शीशे तोड़ डाले। आखिरकार सेना का वाहन आने के बाद ही मामला शांत हो पाया।