संवाददाता :- विकास कुमार!
सहरसा सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने बायोमेट्रिक वेतन प्रणाली के विरोध में ड्यूटी छोड़ दी और सिविल सर्जन कार्यालय में विरोध जताया। उनका कहना है कि अप्रैल का वेतन नहीं मिला है और नई प्रणाली के तहत वेतन केवल बायोमेट्रिक उपस्थिति के आधार पर मिलेगा।
जिससे नाराज डॉक्टरों ने अस्पताल के इमरजेंसी और ओपीडी सेवाएं बंद कर डॉक्टरों ने सिविल सर्जन डॉ. कात्यायनी कुमार मिश्रा से मुलाकात कर अपनी आपत्ति जताई और बताया कि केवल सदर अस्पताल के लिए ही यह नियम लागू किया जा रहा है, जबकि अन्य पीएचसी और जिलों में यह व्यवस्था नहीं है।
डॉक्टरों ने वेतन भुगतान की समान नीति की मांग की। आधे घंटे की चर्चा के बाद सभी डॉक्टर ड्यूटी पर लौट आए। सिविल सर्जन ने स्पष्ट किया कि सरकार और जिलाधिकारी के निर्देशानुसार बायोमेट्रिक आधारित उपस्थिति ही वेतन भुगतान का आधार होगा। उन्होंने डॉक्टरों से समय पर बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज करने की अपील की। डॉक्टर अब आगे की रणनीति तय करने के लिए बैठक करने जा रहे हैं।
BYTE :- सिविल सर्जन डॉ. कात्यायनी कुमार मिश्रा।