रिपोर्ट- अमित कुमार!
राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार में शराबबंदी को लेकर लोगों से अपील की है। कुशवाहा का कहना है कि शराबबंदी कानून की सफलता केवल सरकारी प्रयासों पर निर्भर नहीं करती, बल्कि इसमें लोगों का सक्रिय सहयोग भी आवश्यक है।
सारण और सिवान जिलों में दुर्गा पूजा के बाद हुई जहरीली शराब पीने की घटनाओं में 28 मौतों की पुष्टि के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि यह एक गंभीर मामला है और जो मौतें हुई हैं, वे अत्यंत दुखद हैं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे शराब का सेवन न करें और इसके पीछे के कारणों पर विचार करें। कुशवाहा ने स्पष्ट किया कि अगर लोग शराब पीना जारी रखते हैं, तो शराबबंदी कानून सफल नहीं हो सकेगा।
बिहार पुलिस ने सारण और सिवान जिलों में हुई घटनाओं को लेकर कार्रवाई करते हुए कुछ पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, मौतों का वास्तविक आंकड़ा 50 से ज्यादा हो सकता है। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उच्च स्तरीय बैठक की, जिसमें बिहार के डीजीपी को शराबबंदी को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए गए।
इस बीच, एनडीए के सांसदों मनोज तिवारी और उपेंद्र कुशवाहा ने इस मामले की समीक्षा की मांग की है। इस घटना के बाद कई लोगों का उपचार अस्पतालों में चल रहा है, जिनमें से कुछ की आंखों की रोशनी चली गई है।
कुशवाहा के बयान और हाल की घटनाओं ने शराबबंदी के प्रभावी कार्यान्वयन की आवश्यकता को और भी स्पष्ट कर दिया है, जिसमें जनभागीदारी का योगदान अनिवार्य है।