अभिषेक कुमार

गया के छात्र अमन नागसेन की चीन में हत्या की जानकारी भारतीय दूतावास से ई-मेल के जरिए अमन के स्वजनों को दी है। गया स्थित पुलिस लाइन के अंबेडकर नगर मोहल्ला निवासी सह अमन के चाचा पंकज पासवान ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि दो दिन पूर्व पुत्र की मौत की जानकारी लेने के लिए चीन में स्थित भारतीय दूतावास को ई-मेल किए थे। उसका जबाव सोमवार की शाम को मिला है। उस ई-मेल में अमन नागसेन की हत्या की जानकारी दी गई है। साथ ही यह भी बताया गया कि कागजी कार्रवाई करने के बाद शव भारत भेजा जाएगा। पीड़ित पिता ने विदेशों में पढ़ने वाले भारतीय बेटा-बेटियों की सुरक्षा पर सवाल खड़ा किये है। कहा कि उच्चतर और तकनीकी शिक्षा के लिए विदेशों में पढ़ने वाले बेटे या बेटियां अब सुरक्षित नहीं है। अमन की घटना से भारत सरकार को सीख लेनी है। विदेशों में पढ़ने वाले बच्चों के सुरक्षा की गारंटी भारत सरकार को लेनी चाहिए। उन्होंने भारतीय दूतावास और केंद्र सरकार से आग्रह किया कि अमन के पार्थिव शरीर को चीन से उसके पैतृक घर गया लाने की व्यवस्था करें। साथ हीं चीन में अमन नागसेन की हत्या की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए। जो भी दोषी मिले उस पर कड़ी कार्रवाई करते हुए सजा दी जाए।
सनद रहे कि अमन नागसेन दो साल से पूर्व चीन के तेनजिन यूनिवर्सिटी में इंटरनेशनल बिजनेस स्टडी का कोर्स कर रहा था। विश्वविद्यालय के छात्रावास में रहकर पढ़ाई करता था। 30 जुलाई 21 को परिजनों को फोन से सूचना मिली कि अमन नाग सेन की मौत हो गई है। उसके बाद मोक्ष और ज्ञान की भूमि पर शव के लाने और दोषी को सजा दिलाने को लेकर लगातार कैंडल मार्च निकाला गया।