रिपोर्ट- ऋषिकेश कुमार!
नालंदा जिले में बिजली विभाग के धरातल पर किए जाने वाले कार्य को सुदृढ़ रखने वाले संवेदको की हालत कुछ ठीक नहीं है। दरअसल नालंदा जिले में बिजली विभाग के अधीन स्ट्रेलिंग एंड विल्सन कंपनी निजी संवेदकों से बिजली विभाग से जुड़े कार्यों को कराने का काम कराती है। नालंदा जिले में फिलहाल इस कंपनी के अधीन 20 संवेदक हर पंचायत हर गांव में बिजली विभागों को कार्यों को धरातल पर उतरने का काम करती है लेकिन पिछले 8 महीना से कागजी कागजातों में कमी के कारण इन सभी बिजली विभाग के संवेदको को टहलाया जा रहा है। सभी संवेदेको का आरोप है कि हम लोगों से पूरा काम करवा कर बकाया राशि देने में कंपनी टालमटोल कर रही है। इसी से गुस्साए संवेदको ने मंगलवार को बिजली विभाग के कंपनी में तालाबंदी किया। नाराज संवेदकों ने बताया कि नियमानुसार कार्य पूरा होने के बाद संवेदको को 45 दिन के अंदर बकाया राशि की भुगतान करनी होती है। लेकिन बिजली विभाग इस कंपनी के द्वारा ईएसआई पीएफ का हवाला देकर पिछले आठ महीना से संवेदको टहलाया जा रहा है। वही इस संबंध में प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया कि पीएफ और ईएसआई की कमियों के कारण इन सभी समवेदको का बकाया राशि लंबित है। इन सभी समस्या को पूरा करते हुए सभी संवेदको का भुगतान एक सप्ताह के अंदर कर दिया जाएगा।
बाइट।प्रोजेक्ट मैनेजर
बाइट।धमेंद्र कुमार संवेदक
बाइट।नाराज संवेदक शेखपुरा