कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए व्यवस्था के लिए मुस्तैद दिख रहे हैं अस्पताल प्रशासन!

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रिपोर्ट: धर्मेंद्र पांडेय

दरभंगा। कोविड की दूसरी लहर में अस्पतालों की अव्यवस्था को लेकर जहां सरकार की खुब किरकिरी हुई तो वही हाल के रिसर्च के अनुसार कोविड के थर्ड वेव में बच्चों के संक्रमित होने की आशंका व्यक्त की गयी है । इसको लेकर स्वास्थ्य महकमा अभी से ही सतर्क है, वही अस्पताल प्रशासन को विशेष तौर से इसके लिए तैयार रहना है । लिहाजा दरभंगा मेडिकल कालेज अस्पताल प्रशासन भी कोविड के थर्ड वेव को लेकर सतर्क दिख रहा है ।
DMCH के शिशु वार्ड में फिलहाल आईसीयू में 6 बेड है, जिसमें वेंटिलेटर की व्यवस्था के लिए अस्पताल प्रशासन ने बीएमएसआईसीएल से बच्चे के वेंटिलेटर की डिमांड की है जो फिलहाल पूरी नही की गयी है ।
दरभंगा मेडिकल कालेज अस्पताल प्रशासन की माने तो अस्पताल में उपलब्ध बेड में 50 प्रतिशत बेड कोरोना पॉजेटिव बच्चों के लिए रिजर्व रखा गया है । सभी बेड पर ऑक्सीजन पाइप लाइन की सुविधा है । साथ ही जरुरत पड़ने पर इसकी संख्या बढ़ायी भी जा सकती है । वही शिशु वार्ड के आईसीयू के लिए बिहार चिकित्सा सेवा एवं इंफ्रास्ट्रक्चर निगम लिमिटेड (बीएमएसआईसीएल) से बच्चे के वेंटिलेटर की मांग की गयी है साथ ही पेडियात्रिक वार्ड में फिलहाल जो भी कमी है उसके लिए भी शिशु वार्ड के विभागाध्यक्ष द्वारा बीएमएसआईसीएल से डिमांड की गयी है ।

इधर थर्ड वेव के लिए अस्पताल कितना तैयार है जब ये सवाल डीएमसीएच अस्पताल अधीक्षक मनी भुषण शर्मा से पुछा गया तो उन्होने मीडिया को बताया कि पूरी तौर से पेडियत्रिक वार्ड इलाज के लिए तैयार है और जो भी कमी है उसकी मांग शिशु वार्ड के विभागाध्यक्ष द्वारा बीएमएसआईसीएल की गयी है ।
उन्होने कहा कि शिशु वार्ड में उपलब्ध बेड में 50 प्रतिशत बेड कोरोना पॉजेटिव बच्चों के लिए रिजर्व रखा गया है।

वही ब्लैक फंग्स मामले के सवाल पर DMCH अधीक्षक मनी भुषण शर्मा ने कहा कि निगेटिव मरीज का इलाज आई वार्ड में ही होगा। अगर किसी पॉजेटिव मरीज में ऐसी शिकायत है तो उसका इलाज कोरोना वार्ड में होगा । फिलहाल एक मरीज अन्दर ट्रीटमेंट है जो ईएनटी विभाग में इलाजरत है। साथ ही ब्लैक फंग्स मरीज के लिए 10 बेड की सुविधा उपलब्ध है जरुरत पड़ने पर 20 बेड तक बढ़ा दिया जाएगा।

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