लखनऊ:-प्रसाद इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में मांगी जा रही इंटर्नशिप के नाम पर रिश्वत !

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रजनीश कुमार श्रीवास्तव : ब्यूरो प्रमुख यूपी!

एमबीबीएस की पढ़ाई कर चुके डॉक्टरों ने लगाया संगीन आरोप !

लखनऊ : कोविड-19 जैसी महामारी के इस दौर में स्वास्थ्य सेवाओं में हो रही चिकित्सकों की भारी कमी को देखते हुए जहाँ सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेडिकल की पढ़ाई कर रहे अंतिम वर्ष के छात्र छात्राओं को चिकित्सा सेंवा में लगाने के लिए निर्देश दिया है वहीं लखनऊ के बंथरा स्थित प्रसाद इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस ने 60 से अधिक जूनियर चिकित्सकों को इंटर्नशिप से रोक लगाकर ना सिर्फ मुख्यमंत्री के आदेशों को ठेंगा दिखा दिया है बल्कि मानवता को भी शर्मसार कर दिया है l
बता दें कि लखनऊ के बंथरा स्थित प्रसाद इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस ने एमबीबीएस जूनियर चिकित्सकों से रिश्वत के रूप में 3 लाख रुपए नहीं मिलने के कारण उनके इंटर्नशिप पर रोक लगा दिया है, जिसको लेकर मेडिकल के छात्र-छात्राएं 10 दिनों से मंत्रालय से लेकर उच्चाधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं, पर उनकी सुनवाई नहीं हो पा रही है l
इन जूनियर चिकित्सकों का आरोप है कि प्रसाद इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के प्रशासन द्वारा उनके बायोमेट्रिक लेकर उनके डाटा को डिलीट कर दिया गया है तथा रजिस्ट्रेशन और प्रवजन प्रमाण पत्र भी रोक दिए गए हैं, परिणाम स्वरूप 60 से अधिक चिकित्सक योग्य एवं सक्षम होने के बावजूद कोविड-19 जैसी महामारी के इस दौर में सेवा नहीं दे पा रहे हैं l

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