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जस्टिस यूयू ललित ने लीं देश के 49वें मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ!

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रिपोर्ट -अनमोल कुमार :-

सिर्फ 74 दिनों का होगा कार्यकाल, 8 नवंबर को रिटायर हो जाएंगे
राष्ट्रपति ने दिलाई शपथ, पीएम मोदी, उप राष्ट्रपति, पूर्व चीफ जस्टिस रमना रहे समारोह में मौजूद

नई दिल्ली : देश के 49वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में जस्टिस यूयू ललित ने आज शपथ ले ली है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उन्हें मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ दिलाई। यह कार्यक्रम राष्ट्रपति भवन में आयोजित हुआ। शपथग्रहण समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कई अन्य केंद्रीय मंत्री शामिल हुए। न्यायमूर्ति ललित से पहले रहे पूर्व चीफ जस्टिस एन वी रमना भी इस मौके पर मौजूद थे। जस्टिस ललित का कार्यकाल सिर्फ 74 दिनों का होगा। वे 8 नवंबर को सेवानिवृत हो जाएंगे। इससे पहले चीफ जस्टिस एनवी रमना की विदाई समारोह में उन्होंने तीन मुख्य सुधारों के बारे में बात की थी। जस्टिस ललित ने कहा कि मेरा प्रयास रहेगा मामलों को सूचीबद्ध करने में पारदर्शिता हो। ऐसी व्यवस्था बना सकूं, जिसमें जरूरी मामले संबंधित पीठों के सामने स्वतंत्रता पूर्वक उठाए जा सकें। इसके अलावा कम से कम एक संविधान पीठ की बना सकूं, जो सालभर काम करती रहे।

वकील से सीधे इस पद पर पहुंचने वाले दूसरे चीफ जस्टिस
9 नवंबर 1957 को महाराष्ट्र के सोलापुर में जन्म लेने वाले जस्टिस ललित 13 अगस्त 2014 को सुप्रीम कोर्ट जज नियुक्त हुए थे। दिलचस्प बात यह भी है कि जस्टिस ललित देश के दूसरे ऐसे चीफ जस्टिस होंगे जो इससे पहले हाईकोर्ट के जज नहीं थे, बल्कि सीधे वकील से जज बने। इससे पहले देश के 13 वें चीफ जस्टिस एस एम सिकरी ने ये उपलब्धि हासिल की थी। जज बनने से पहले जस्टिस ललित का नाम देश के बड़े वकीलों में शुमार रहा। उन्हें 2 जी स्पेक्ट्रम मामले में स्पेशल पब्लिक प्रासीक्यूटर नियुक्त किया गया था।
जस्टिस ललित की 4 पीढ़ियां जुड़ी है न्यायिक प्रक्रिया से
भारत के नए मुख्य न्यायाधीश जस्टिस यूयू ललित पर भले ही न्यायाधीशों की नियुक्ति से लेकर महत्वपूर्ण संवैधानिक प्रश्नों जैसी चुनौतियां हों, लेकिन उनकी न्यायिक विरासत का अनुभव भी उनके पास होगा। दरअसल, चार पीढ़ियों से यूयू ललित का परिवार न्यायिक प्रक्रिया से जुड़ा हुआ है। जस्टिस ललित के दादा रंगनाथ ललित आजादी से पहले सोलापुर में एक वकील थे। जस्टिस ललित के 90 वर्षीय पिता उमेश रंगनाथ ललित भी वकील रह चुके हैं, बाद में वे हाईकोर्ट के जज भी बने।
इसके अलावा जस्टिस ललित के दो बेटे हर्षद और श्रेयश ने इंजीनियरिंग की शिक्षा ग्रहण की लेकिन बाद में श्रेयश ने भी कानून की ओर रुख कर लिया। उनकी पत्नी रवीना भी एक वकील हैं।

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