अवधेश कुमार / गोपालगंज
जेल से बाहर निकलने पर शराब माफिया लालदेव मांझी ने की थी शराब पार्टी, खुद भी गंवायी जान
उसरी गांव के रहनेवाले लालदेव मांझी की मौत के बाद बेटों की हालत गंभीर, गोरखपुर में चल रहा इलाज
गोपालगंज. शराबकांड में पुलिस की जांच में चौंकानेवाला मामला सामने आया है. बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के उसरी गांव के रहनेवाले मृतक लालदेव मांझी शराब माफिया थे और पिछले साल जेल भी गये थे. पुलिस की जांच में सामने आया है कि लालदेव ने ही शराब मंगायी थी और अपने बेटे के अलावा अन्य लोगों को पिलायी थी. शराब पार्टी करने के बाद लालदेव की मौत हो गयी. उसके साथ शराब पीनेवाले दूसरे शख्स लालबाबू राय ने भी इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज पटना जाने के दौरान दम तोड़ दिया है. गोपालगंज के एसपी अवधेश दीक्षित ने अब तक दो संदिग्ध लोगों की मौत होने की पुष्टि की है. एसपी ने कहा कि लालदेव मांझी शराब तस्कर है और इसके यहां छापेमारी की गयी तो शराब भी बरामद हुई, जिसे नष्ट कर दिया गया. पुलिस इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रही है. वहीं लालदेव मांझी के बेटे प्रदीप मांझी का गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है. पुलिस और प्रशासन बीमार लोगों को बेहतर इलाज मिले, इसकी लगातार मॉनीटरिंग कर रहा है.
शराबकांड की जांच के लिए एसआइटी की दो टीमें गठित
एसपी अवधेश दीक्षित ने शराब कांड होने की खबर मिलने के बाद गंभीरता से लिया है और इसकी जांच व कार्रवाई करने के लिए एसआइटी की दो टीमें गठित की है. एसपी ने बताया कि एसआइटी की एक टीम शराब तस्करों के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है और उनकी गिरफ्तारी कर रही है. बैकुंठपुर, महम्मदपुर, सिधवलिया समेत अन्य इलाकों में शराब के संभावित ठिकानेां पर छापेमारी चल रही है. वहीं, दूसरी टीम शराब के कांड में जमानत पर जेल से बाहर निकले तस्करों के गतिविधियों की जांच कर बांड डाउन करवा रही है और थाने में गुंडा परेड भी हो रहा है. एसपी ने कहा कि हम एक-एक बिंदु पर जांच कर रहे हैं, ताकि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जा सके. उन्होंने कहा कि पुलिस की ओर से अबतक पांच हजार लीटर से ज्यादा अर्धनिर्मित शराब को नष्ट किया जा चुका है और आधा दर्जन से अधिक धंधेबाजों को डिटेन किया गया है और उनसे पूछताछ चल रही है.
शराब पीने वालों से अपील, छिपाये नहीं, कराएं इलाज : एसपी अवधेश दीक्षित ने शराब पीकर बीमार हुए लोगों से अपील करते हुए कहा कि यदि किसी व्यक्ति ने जहरीली शराब का सेवन किया है, तो उसे छिपाये नहीं, बाहर निकलकर अपना इलाज कराएं. उन्हाेंने कहा कि बीमार हुए लोगों को बेहतर इलाज मिले, प्रशासन की यह प्राथमिकता है. एसपी ने कहा कि पुलिस पदाधिकारियों और मेडिकल टीम को भी इलाके में घर-घर लोगों से पूछताछ कर बीमार लोगों का इलाज कराने के लिए निर्देश दिया गया है.