अरविन्द कुमार की रिपोर्ट:-
सीएम से की हस्तक्षेप करने की मांग!
भागलपुर के प्रमंडलीय आयुक्त वंदना किन्नी द्वारा सोमवार को आयोजित प्रेस वार्ता में पत्रकारों और राजनेताओं को कहे गए अपशब्द पर नगर विधायक सह कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने कड़ी आपत्ति जाहिर की है। बकायदा अपने आवास पर प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आयुक्त को जरूर संबंधित एजेंसी से लाभ प्राप्त हुआ है, वर्ना सैंडिस कंपाउंड में हो रहे निर्माण कार्य में गड़बड़ी की शिकायत मिलने के बावजूद आयुक्त एजेंसी के बचाव में प्रत्यक्ष रूप से कैसे उतर सकती है।उन्होंने कहा कि आयुक्त खुलेआम स्थानीय राजनेता , पत्रकार और आम लोगों के साथ निर्माण कार्य में गड़बड़ी की जांच करने पहुंची भागलपुर इंजीनयरिंग कॉलेज के जांच टीम को धमकी देकर पद की गरिमा को धूमिल कर रही है।विधायक की मानें तो पीडीएमसी भागलपुर स्मार्ट सिटी के टीम लीडर पी. एन सिन्हा ने खुद पिछले 14 दिसंबर को पत्र लिखकर भागलपुर इंजीनयरिंग कॉलेज की जांच टीम से गुणवत्ता कि जांच करने का अनुरोध किया था।विधायक ने कहा कि पिछले कई वर्षों से भागलपुर इंजीनयरिंग कॉलेज विभिन्न विभागों में निर्माण कार्य की गुणवत्ता की जांच करती अाई है। वहीं इस पर प्रश्न चिन्ह करके आयुक्त ने यहां पढ़ाई कर रहे प्रतिभावान छात्रों और शिक्षकों को अपमानित किया है।विधायक ने कहा कि सरकारी संपत्ति जनता की है ,और इस पर पूरा अधिकार भी जनता को है।वहीं किसी प्रकार के निर्माण कार्य में गुणवत्ता की कमी होने पर कोई भी शिकायत कर सकता है,आयुक्त आम लोगों को कानूनी कार्रवाई का भय दिखाकर निर्माण एजेंसी को लाभ पहुंचाने का काम बंद करे,यही नहीं इस बाबत विधायक अजीत शर्मा ने सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्राचार कर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत भागलपुर के सैंडिस कंपाउंड में हो रहे निर्माण कार्य की जांच निगरानी अन्वेषण ब्यूरो या किसी अन्य सक्षम तकनीकी एजेंसी से करवाने की मांग की है| इसके साथ विधायक ने सीएम से अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने के लिए आयुक्त वंदना किन्नी पर विभागीय कार्रवाई करने की मांग की है।