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ऐतिहासिक किसान आंदोलन के एक वर्ष के अवसर पर हुई सभा!

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धीरज शर्मा की रिपोर्ट

700 किसानों की शहादत – याद रखेगा भारत, आन्दोलन जारी रखने का लिया संकल्प!

ऐतिहासिक किसान आंदोलन के एक वर्ष के मौके पर आज ऑल इण्डिया किसान महासभा (एआईकेएम) ने स्थानीय जाह्नवी चौक पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित की। सभा में भाकपा-माले व ऐक्टू ने भी शिरकत की। 700 किसानों की शहादत – याद रखेगा भारत का उदघोष करते हुए शहीद वेदी पर माल्यार्पण कर किसान आन्दोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि दी गयी। मौके पर मौजूद कार्यकर्ताओं ने कॉरपोरेट परस्त – किसान विरोधी तीनों काले कृषि कानूनों की वापसी को लोकतंत्र की जीत बता कर * कृषि कानून तो झांकी है – चार लेबर कोड, सीएए, यूएपीए, एमएसपी और बिजली बिल बाकी है! * माफी का नाटक बन्द करो, निजीकरण – मुद्रीकरण व अडानी-अम्बानी का राज खत्म करो! * अभी तो यह अंगड़ाई है – आगे बड़ी लड़ाई है! आदि नारे लगाए और आन्दोलन को जारी रखने का संकल्प दोहराते हुए सभा किया। सभा को सम्बोधित करते हुए भाकपा-माले के राज्य कमिटी सदस्य एस के शर्मा, एआईकेएम के जिला सचिव बिन्देश्वरी मंडल और ऐक्टू के राज्य सह जिला सचिव मुकेश मुक्त आदि ने सम्बोधित किया। वक्ताओं ने मौके पर कहा इस ऐतिहासिक जीत ने देश के संघर्षरत व्यापक जनसमुदाय को बड़ा हौसला दिया है। मजदूरों के गुलामी के चार लेबर कोड, सीएए व यूएपीए की वापसी और देश की सम्पदा बेचने पर रोक जैसे मुद्दे आज भी देश के लोकतांत्रिक व संघर्षशील जनमानस के सामने मौजूद हैं। इन सवालों पर लड़ाई को जीत तक ले जाने की चुनौती बरकरार है। वक्ताओं ने आगे कहा कि साल भर से जारी किसानों के ऐतिहासिक संघर्ष के सामने घमंडी तानाशाह मोदी को झुकना पड़ा है और तीनों काले कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा करनी पड़ी है। संसद से विधिवत इसकी वापसी अभी बाकी है। यह किसान संघर्ष की एक बड़ी जीत है। लेकिन अभी भी न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी दर्जा देने, बिजली बिल वापस लेने, इस दौरान आंदोलनकारी किसानों पर हुए हजारों मुकदमों की वापसी, 700 से ज्यादा शहीद किसानों के परिजनों को मुआवजा, केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री की बर्खास्तगी आदि मुद्दे यथावत हैं। यही वजह है कि संयुक्त किसान मोर्चा ने आंदोलन समाप्ति की घोषणा नहीं की है। भाकपा-माले, एआईकेएम व ऐक्टू, देश और लोकतंत्र बचाने की लड़ाई में देश की संघर्षरत जनता के साथ है और निरन्तर लड़ाई के मैदान में है। मक्का खरीद में एमएसपी की गारंटी के लिए नौगछिया अनुमंडल में संघर्ष के शुरुआत की घोषणा के साथ सभा समाप्त हुई। श्रद्धांजलि सह संकल्प सभा की अध्यक्षता भाकपा-माले की जिला कमिटी सदस्य व ऐपवा के जिला सचिव रेणु देवी ने की। कार्यक्रम में अमर कुमार, वकील मंडल, दीपक कुमार, श्यामलाल मंडल, रविन्द्र मिश्र, रामवृक्ष मंडल, सदानंद शर्मा, प्रमोद मंडल, सुधीर हरि, नवीन मंडल, जयप्रकाश शर्मा, राजेन्द्र पंडित, जयंत मंडल, आदि भाकपा-माले व ऐक्टू कार्यकर्ता शामिल हुए।

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