:- रवि शंकर अमित!
आज दिनांक 22.12.2025 को जिला पदाधिकारी श्री श्रीकांत शास्त्री की अध्यक्षता में प्रगति यात्रा की योजनाओं की समीक्षा कारगिल विजय सभा भवन में की गई।
बैठक में काँवर झील पक्षी आश्रयणी के जीर्णोद्धार, काँवर झील के संरक्षण, जल प्रबंधन, भूमि सर्वेक्षण, अतिक्रमण हटाने, कानूनी अनुपालन तथा ईको-पर्यटन विकास से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत समीक्षा की गई।
उल्लेखनीय है कि माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा प्रगति यात्रा के दौरान काँवर झील के समग्र पुनरुद्धार के लिए महत्वाकांक्षी परियोजना प्रस्तावित की गई है।
इस योजना के अंतर्गत बूढ़ी गंडक नदी के बाएं तटबंध से अधिशेष जल को लिफ्ट कर आरसीसी नाले के माध्यम से काँवर झील तक पहुँचाया जाएगा। इसके अतिरिक्त चेक डैम का निर्माण किया जाएगा, जिससे झील में जल स्तर को 2 से 4 मीटर तक नियंत्रित एवं संरक्षित रखा जा सकेगा।
चैक डेम निर्माण को लेकर संबंधित जेई द्वारा बताया कि वर्तमान में चेक डेम वाले स्थान पर 5- 6 फिट पानी लगा है, पानी कम होते ही कार्य प्रारंभ किया जाएगा।
भूमि सर्वेक्षण एवं अतिक्रमण से संबंधित विषयों पर समीक्षा करते हुए अनुमंडल पदाधिकारी ने बताया कि जितने भी लोग वहां पर बसे हुए है, उनके लिए जमीन चिन्हित कर लिया गया है।
जिला पदाधिकारी ने इसपर अग्रतर कारवाई करने का निर्देश अनुमंडल पदाधिकारी को दिया, ताकि कावर के क्षेत्र में कार्यों में तेजी लाई जा सके ।
बैठक में यह भी बताया गया कि काँवर झील क्षेत्र में जलीय पुनरुत्थान के साथ-साथ जयमंगलागढ़ जैसे स्थलों को ईको-पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना है, जिससे पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी सृजित हो सकें।
जिला पदाधिकारी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यह मामला पर्यावरण संरक्षण से जुड़ा है, इसलिए इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही या शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सभी संबंधित विभाग आपसी समन्वय से कार्य सुनिश्चित करें।




