:- रवि शंकर अमित/गोविंद कुमार!
बाढ़ अनुमंडल के मोकामा थाना अंतर्गत बरहपुर गांव के सामने बख्तियारपुर मोकामा फोरलेन पर तीर्थयात्रियों से भरी बस बीस फीट नीचे खाई में पलट गई। जिससे एक महिला तीर्थ यात्री धनेसरी देवी की मौके पर ही मौत हो गई बताया जा रहा है कि बस में चालक समेत 40 लोग मौजूद थे। जिसमें से 8-10 तीर्थ यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए वहीं कुल पच्चीस तीर्थ यात्री घायल हुए है जिन्हे मोकामा ट्रामा सेंटर में ईलाज कराया गया, ईलाज के बाद सभी तीर्थयात्रियों को घर भेज दिया गया है वहीं मृतका को पोस्टमार्टम हेतू अनुमंडलीय अस्पताल भेजा गया है। घायलों में सभी मधुबनी जिला के ही रहने वाले थे जिनमें 32 महिलाए, छः पुरुष और एक चालक, एक मालिक सवार थे। घायलों में मीना देवी, (49)
रिना देवी, (65) कालिकापुर,
देवेन्द्र पंडित, 45 निघमा, रामविलास मंडल 70, रानी कुमारी 18, चंद्रिकालाडली 65, लक्ष्मी देवी 60, राजकुमार यादव 70, घूर्णीदेवी 36, धनेश्वरी देवी 55 सावित्रीदेवी 50 ये सभी मधुबनी के टढीआ, सेनी, धमरीहा के रहने वाले थे। बस मालिक सुपौल निवासी वैद्यनाथ यादव और चालक दोनो घटना के बाद मौके से फरार हो गए।बताया जा रहा है कि बस 120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से आ रही थी। लगभग तेरह घंटे से चालक लगातार बस चला था जिससे उसे नींद आने लगी उसने मालिक से बस रोकने के लिए कहा लेकिन मालिक खुद बस चलाने लगा लगभग आधा से एक घंटा तक चलाने के बाद बस अनकंट्रोल हो गई और रेलिंग तोरकर खाई में जा गिरा वहीं लगभग पच्चीस मीटर तक रेलिंग पुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और रेलिंग बस के ईंजन में जा घुसी। जिसके बाद तीर्थयात्रियों ने मदद की गुहार लगाई लगभग डेढ घंटे तक तीर्थयात्रियों का रेसक्यू किया गया जिसके बाद लगभग छः बजे एंबुलेंस मौके पर पहुंची और घायल को भर्ती कराया गया।
गणेश कुमार राम ने बताया कि एक ही जिला के चालीस लोग पांच तीर्थ स्थल की यात्रा पर निकले थे पहले वह सुल्तानगंज से जल लेकर बाबाधाम गए, जिसके बाद बाइसकीनाथ, विन्ध्याचल और फिर अयोध्या गए थे जिसके बाद गुरुवार को लगभग ढाई बजे वह अयोध्या से सिमरिया के लिए निकले थे जहां से उत्तरायण गंगा में स्नान कर सभी घर लौटने वाले थे। लगभग बारह बजे चालक ने बस रोककर आराम करने और खाने के लिए कहा था लेकिन मालिक ने उनकी नही सुनी और जल्द पहुंचने के लिए बस नही रोका।
अमला देवी ने कहा कि सभी धाम धुमने के लिए निकले थे। बस मालिक ने प्रति ब्यक्ति चार हजार रूपए लिए थे।
ड्राइवर ने खाई से श्रद्धालुओं को निकाला बाहर, बचाई जान
रोहित गौतम ने कहा कि वह सुबह 6 बजे बरौनी रिफाइनरी से पटना एयरपोर्ट जा रहा था। तभी उसने बरहपुर के पास रेलिंग से नीचे करीब बीस फीट गहरी खाई में एक बस को पलटे देखा। सभी घायल बस के अंदर कराह रहे थे। आस पास एक दो पुलिसकर्मी भी मौजूद थे, जो लोगों को बाहर निकालने के प्रयास में जुटे थे। उसने तुरंत अपनी गाड़ी से एक रस्सी निकाली और उसे रेलिंग से बांधकर खाई में लटका दिया। उसी रस्सी के सहारे सभी घायल तीर्थयात्रियों को बाहर निकाला गया। अगर वह घटनास्थल पर मौजूद नहीं होता, तब कई श्रद्धालुओं को समय पर मोकामा रेफरल अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सकता था। हादसे में कई गंभीर रूप से घायल श्रद्धालुओं की समय पर इलाज नहीं होने से मौत होने की भी आशंका थी।




