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गिरिडीह (झारखंड):-मोदी सरकार के मीक्सोपैथी अध्यादेश के खिलाफ गिरिडीह के चिकित्सकों ने किया प्रदर्शन!

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रिपोर्ट: विलियम जेकब

मोदी सरकार के फैसलों के खिलाफ बंद और प्रदर्शन!

केन्द्र सरकार के खिलाफ बंद और प्रदर्शन का सिलसिला जारी है। एक तरफ भारत बंद का गिरिडीह में मिला-जुला असर रहा। तो दछसरी तरफ आईएमए के सदस्यों सह चिकित्सकों ने शहर के सदर अस्पताल परिसर में मोदी सरकार के अध्यादेश के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। आईएमए के अध्यक्ष डा. विद्या भूषण और महिला विंग की अध्यक्ष डा. अमिता राॅय के नेत्तृव में शहर के चिकित्सक डा. अशोक शर्मा, डा राजीव कुमार, डा. संजीव संजय के अलावे डा. बीएमपी राय, सिविल सर्जन डा. सिद्धार्थ सन्याॅल के साथ डा. रीतेश कुमार समेत बीएसएसआर यूनियन के सदस्यों ने मोदी सरकार के लाएं गए अध्यादेश मीक्सोपैथी के खिलाफ आंशिक प्रदर्शन किया। अस्पताल परिसर में ही तख्ती लिए आईएमए के सदस्य सह चिकित्सकों ने इस दौरान मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी किया। और मीक्सोपैथी अध्यादेश को एमबीबीएस चिकित्सकों के लिए अभिशाप बताया। सचिव डा. बीएमपी राय और महिला विंग की अध्यक्ष डा. अमिता राॅय ने कहा कि मीक्सोपैथी हर वैसे रोगियों के लिए एक हत्या के समान है। जिनकी बीमारी को बेहतर करने के लिए आॅपरेशन की जरुरत है। क्योंकि सर्जरी के दौरान आयुर्वेद, यूनानी पद्धति का इस्तेमाल किसी रोगी के लिए सुरक्षित नहीं है। ऐसे में सर्जरी के दौरान यूनानी और आयुर्वेद को शामिल किए जाने को लेकर तैयार किया गया अध्यादेश समाज के लिए घातक होगा। सीधे तौर पर किसी मरीज के जान पर खतरा आने के बाद चिकित्सक ही जिम्मेवार होगें। लिहाजा, मीक्सोपैथी अध्यादेश को जब मोदी सरकार तुंरत वापस लें। अध्यादेश के खिलाफ कई और चिकित्सक भी शामिल हुए।

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