रिपोर्ट- संतोष तिवारी!
बिहार/मुजफ्फरपुर
:एस के जे लॉ कॉलेज, मुजफ्फरपुर में आयोजित “नशीली दवाओं के दुरूपयोग और नशीली दवाओं के उन्मूलन के पीड़ितों के लिए कानूनी सेवाएँ योजना 2015” जागरूकता कार्यक्रम का प्रधान जिला जज स्वेता कुमारी सिंह ने किया उद्घाटन।
मुज़फ्फरपुर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के द्वारा एनडीपीएस एक्ट और नालसा की ओर से “नशीली दवाओं के दुरूपयोग और नशीली दवाओं के उन्मूलन के पीड़ितों के लिए कानूनी सेवाएँ योजना 2015 के तहत श्री कृष्ण जुबिली लॉ कॉलेज, मुजफ्फरपुर में संचेतना-सह-विधिक जागरूकता कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलन कर किया गया।
इस कार्यक्रम में मुज़फ्फरपुर व्यवहार न्यायालय के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश स्वेता कुमारी सिंह, विशेष न्यायाधीश, एनडीपीएस एक्ट अमित कुमार सिंह और जिला विधिक सेवा प्राधिकार की सचिव जयश्री कुमारी के अलावे श्री कृष्ण जुबिली लॉ कॉलेज के अध्यक्ष उज्जवला मिश्रा,निदेशक जयंत कुमार उपस्थित रहे।कार्यक्रम में गणमान्य लोगों के अलावे 400 कॉलेज के छात्र छात्राओं ने भाग लिया।
विधि कॉलेज के छात्रों द्वारा नशीली दवाओं के सेवन के दुष्प्रभाव विषय पर एक नाट्य मंचन किया गया।नाटक के माध्यम से परिवार और समाज को होने वाले नुकसान के अलावे सरकार द्वारा चलाये गए कानून के बारे में अवगत कराया गया।
इस अवसर पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश स्वेता कुमारी सिंह ने जागरूकता कार्यक्रम के मूल उद्देश्य को रेखांकित करते हुए विद्यार्थियों से अपील कि वे न सिर्फ खुद को इस बुराई से बचा कर रखें बल्कि देश और समाज को सशक्त बनाने में अपनी महत्ती भूमिका निभाएँ ।उन्होंने नशीली दवाओं और नशीले पदार्थों के सेवन, दुष्प्रभावों और उससे होनेवाले सामाजिक आर्थिक पतन के प्रति भी छात्रों को सचेत किया।
वहीं इसके जी लॉ कॉलेज के अध्यक्ष उज्जवला मिश्रा ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि नशा, अल्कोहल और ड्रग्स से बच्चों के साथ-साथ गांव में भी बुजुर्ग लोग इसके शिकार हो रहे हैं।इन्हें जागरूक करने की जरूरत है। साथ ही सरकार द्वारा चलाए गए कानून के मुताबिक नशा से ग्रसित व्यक्ति को नशा मुक्त भी हो सकते हैं।विधि के छात्र जागरूकता कार्यक्रम चलाने में सहयोग करेंगे।
जिला विधिक सेवा प्राधिकार की सचिव जयश्री कुमारी ने प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश की बातों को आगे बढ़ाते हुए छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि हर एक छात्र नशीली दवाईयों / पदाथों के खिलाफ जनजागरण एवं समाज को सचेत करने में व्यक्तिगत रूप से समाज को दिशा दिखाने का काम करेगे।यह महत्वपूर्ण कार्य अकेले जिला विधिक सेवा प्राधिकार का नहीं बल्कि हम सब का उत्तरदायित्व है।