रिपोर्टर — राजीव कुमार झा!
जिला टॉपर दुर्गेश कुमार कर्ण ने मैट्रिक परीक्षा में 480 अंक (96%) लाकर बिहार में टॉप टेन जगह बनाने में सफलता प्राप्त की
करना चाहता है यूपीएससी कंप्लीट
मधुबनी जिले मे कुल 21 प्रखंड है जिसमें राजनगर प्रखंड का रामपट्टी गांव के मनमोहन उच्च विद्यालय का छात्र दुर्गेश कुमार कर्ण बिहार में टॉप 10 नाम दर्ज कराकर जिला टॉपर बना है। दुर्गेश की माता पुष्पा कर्ण रघुवीर चक प्राइमरी विद्यालय में शिक्षक है, जबकि पिता अरुण कुमार कर्ण बच्चों को ट्यूशन पढ़कर जीवन यापन करते हैं। दुर्गेश ने बताया कि वह बड़ा होकर यूपीएससी कंप्लीट करना चाहता है और उसके आदर्श स्वामी विवेकानंद हैं। उसने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता और गुरुजन को दिया। दुर्गेश की इस सफलता से माता पिता एवं विद्यालय के शिक्षक सभी लोग काफी खुश हैं। उन्होंने दुर्गेश के उज्जवल भविष्य की कामना की है।
जिले के राजनगर प्रखंड के रामपट्टी मनमोहन उच्च विद्यालय का छात्र रघुवीरचक का रहने वाला अरुण कुमार कर्ण के बड़े पुत्र दुर्गेश कुमार कर्ण ने मैट्रिक परीक्षा में 480 अंक लाकर बिहार में टॉप टेन मे जगह बनाई है। वहीं 96% अंक लेकर दुर्गेश ने जिला टॉपर बनकर सफलता प्राप्त की। पेशे से दुर्गेश के पिता अरुण कुमार कर्ण बच्चों को ट्यूशन पढ़कर जीवन यापन करते हैं, वहीं माता पुष्पा कर्ण रघुवीर चक प्राइमरी विद्यालय में शिक्षकों के पद पर तैनात है। दुर्गेश ने बताया कि वह बड़े होकर यूपीएससी कंप्लीट करना चाहता है और उसके आदर्श स्वामी विवेकानंद हैं। दुर्गेश ने कहा कि आप मेहनत कीजिए, रिजल्ट बहुत अच्छा नहीं भी आया तो निराश होने की जरूरत नहीं है। रिजल्ट बहुत फैक्टर पर निर्भर करता है। दसवीं का रिजल्ट यह नहीं बताता कि आप जीवन में कितने सफल होंगे। ऐसे बहुत से उदाहरण हैं जिनका दसवीं का रिजल्ट बहुत।अच्छा नहीं आया लेकिन वे जीवन में काफी सफल हुए। बस मेहनत और लगन में कमी नहीं होनी चाहिए। प्रयास करना आपका काम है जो करना चाहिए।
इस सफलता के लिए अपने पिता अरुण कुमार कर्ण, माता पुष्पा कर्ण, विद्यालय के शिक्षक प्रधानाध्यापक देवेंद्र प्रसाद यादव, सतीश चंद्र झा, अनिल कुमार सहित दुर्गेश को पढ़ने वाले निजी शिक्षण संस्थान ज्ञान सागर कोचिंग सेंटर के निर्देशक बिक्रम कुमार साह को श्रेय दिया
है।
दुर्गेश के विद्यालय के हेडमास्टर ने बताया कि दुर्गेश की इस सफलता से हम सभी शिक्षकगण और बच्चे काफी खुश हैं। उसने अपने स्कूल और बच्चों के लिए एक आदर्श स्थापित किया है। ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे भी ग्रामीण परिवेश में और सरकारी स्कूल से पढ़कर 96% अंक ला सकते हैं। इस बात को साबित कर दुर्गेश ने कर दिखाया है। उन्हें और अन्य सभी शिक्षक को दुर्गेश से काफी उम्मीद थी। सभी ने उसको अच्छे से पढ़ाया और दुर्गेश ने सेल्फ स्टडी भी अच्छे से की। उन्हें लगता था कि वह कुछ करेगा। और उसने बिहार में टॉप 10 में आकर वह कर दिखाया। इससे हम सभी शिक्षकगण और जिले का नाम रोशन किया है। उन्होंने दुर्गेश के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए दुर्गेश को इस सफलता के लिए बधाई एवं शुभकामना दी। आपको बता दें कि कुछ दिनों पूर्व ही इंटर वाणिज्य की परिक्षा में जिले की साक्षी ने प्रदेश में तीसरा स्थान लाया था। वहीं दुर्गेश ने ग्रामीण क्षेत्र का छात्र होकर अपनी मेहनत और लगन से मैट्रिक की परीक्षा में टॉप 10 की सूची में आकर जिला टॉप किया है। दुर्गेश की इस सफलता से जिले में दोहरी खुशी व्याप्त है। वहीं दुर्गेश कुमार कर्ण के घर पर दुर्गेश कुमार को एवं उसके माता-पिता को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।
बाइट– दुर्गेश कुमार कर्ण, बिहार 10 वाँ रैंक होल्डर
बाइट– दुर्गेश के विद्यालय के प्रधाना अध्यापक