अवधेश कुमार/ गोपालगंज
दिल्ली से गिरफ्तार कर लाया गया था यूपी-बिहार का कुख्यात मनीष यादव, पांच लोगों की मर्डर का बनाया था प्लान, डीआईजी ने किया बड़ा खुलासा
गोपालगंज में यूपी-बिहार के कुख्यात अपराधी मनीष यादव की एनकाउंटर के बाद सारण रेंज के डीआईजी निलेश कुमार वर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ा खुलासा किया है. डीआईजी निलेश कुमार वर्मा ने बताया कि कुख्यात अपराधी मनीष यादव को बिहार एसटीएफ ने दिल्ली से गिरफ्तार किया था और उसे साकेत कोर्ट में कल पेशी के बाद गोपालगंज लाया गया था. जहां आज सुबह के 2.45 बजे गोपालपुर थाना क्षेत्र के रामपुर खुर्द गांव के पास मनीष के गुर्गों ने एसटीएफ जवान की गाड़ी को घेर लिया और उनपर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी.
बाइक सवार पांच अपराधियों ने मनीष यादव को छुड़ाने की कोशिश की, जिसमें जवाबी कार्रवाई करते हुए बिहार एसटीएफ ने भी कई राउंड गोली चलाई है. एसटीएफ की जवाबी कार्रवाई में कुख्यात मनीष यादव को चार गोलियां लगी और वह मौके पर ही ढ़ेर हो गया. अपराधियों की फायरिंग में एसटीएफ के कांस्टेबल रोशन कुमार को गोली लगी है. जबकि एसटीएफ इंस्पेक्टर के हाथ फ्रैक्चर हो गए हैं और चालक जख्मी हो गया है.
डीआईजी ने कहा कि कुख्यात अपराधी मनीष यादव पर हत्या, लूट, डकैती, आर्म्स एक्ट समेत 10 संगीन आपराधिक मामले दर्ज है. गोपालगंज पुलिस ने पहले से ₹50000 का इनाम घोषित किया था और फिर ₹100000 इनाम की राशि घोषित करने के लिए पुलिस मुख्यालय को अनुशंसा भेजी गई थी. डीआईजी ने कहा कि घटनास्थल से एक पिस्टल और कई गोली के खोखा बरामद किए गए हैं. मौके पर मजिस्ट्रेट और एफएसएल टीम इसकी जांच कर रही है.
डीआईजी ने कहा कि कुख्यात मनीष यादव गोपालगंज, सीवान और यूपी में आपराधिक घटनाओं को अंजाम देता था. इसके गिरोह में 30 से ज्यादा की संख्या में अपराधी शामिल हैं. अगस्त 2024 में जेल से छूटने के बाद उचकागांव थाना क्षेत्र के झीरवां पंचायत में पूर्व मुखिया अरविंद यादव की मर्डर की घटना को अंजाम दिया था, उसके बाद पांच अन्य लोगों की मर्डर के लिए प्लानिंग तैयार किया था.
उन्होंने बताया कि मुठभेड़ के दौरान बाइक सवार पांच अपराधियों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. वही गोली लगने से घायल एसटीएफ जवान और इंस्पेक्टर को बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल से पटना मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है.
गोपालगंज में इनामी बदमाश का एनकाउंटर होने से अपराधियों में दहशत फैल गई है. डीआईजी ने फरार इनामी अपराधियों को संदेश देते हुए कहा कि अभी भी सरेंडर करने का मौका है. अपराधी न्यायालय में खुद को आत्म समर्पण कर दें, नहीं तो पुलिस गोली का जवाब गोली से देगी. प्रेस कॉन्फ्रेंस में गोपालगंज के पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित भी मौजूद रहे.
BYTE :नीलेश वर्मा, डीआईजी सारण