:- रवि शंकर अमित!
समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने की कई महत्वपूर्ण घोषणायें
पटना, 05 फरवरी 2025 मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज प्रगति यात्रा के चौथे चरण में मुंगेर जिले में चल रही विकासात्मक योजनाओं के संबंध में संग्रहालय सभागार में समीक्षात्मक बैठक की।
समीक्षात्मक बैठक में मुंगेर के जिलाधिकारी श्री अवनीश कुमार सिंह ने जिले के विकास कार्यों का प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी। जिलाधिकारी ने बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना, कुशल युवा कार्यक्रम, हर घर नल का जल एवं उनका अनुरक्षण, हर घर तक पक्की गली-नाली, मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना, हर खेत तक सिंचाई का पानी, कृषि फीडर का निर्माण, मुख्यमंत्री कृषि विद्युत कनेक्शन योजना, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, उच्चतर शिक्षा हेतु महिलाओं को प्रोत्साहन, स्वास्थ्य उपकेंद्र में टेलीमेडिसीन के माध्यम से चिकित्सा परामर्श, पशु चिकित्सा सेवाओं की डोर स्टेप डिलीवरी एवं पंचायत सरकार भवन के निर्माण की अद्यतन स्थिति के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। इसके अलावा हर पंचायत में 10+2 विद्यालय, ग्राम पंचायत/नगर पंचायत में खेल-कूद को बढ़ावा देने हेतु स्पोर्ट्स क्लब का गठन, प्रत्येक पंचायत में खेल का मैदान, मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना (अवशेष), मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना, शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूहों का गठन, राजस्व प्रशासन में पारदर्शिता, दाखिल खारिज/परिमार्जन/परिमार्जन प्लस एवं जल-जीवन-हरियाली के तहत जीर्णोद्धार कराए गए सार्वजनिक कुओं, पोखर तथा तालाबों की अद्यतन स्थिति के संबंध में जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के समक्ष जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याएं भी रखीं।
समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं आप सभी का इस बैठक में अभिनंदन एवं स्वागत करता हूं। मुंगेर के जिलाधिकारी श्री अवनीश कुमार सिंह ने जिले में चल रहे विकासात्मक कार्यों की जानकारी दी है, मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं। यहां उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने भी अपनी-अपनी बातें रखी हैं। आज हमने कई जगहों पर जाकर विकास कार्यों को देखा है। हम अधिकारियों से कहेंगे कि यहां जो भी जरूरतें हैं, उसे ध्यान में रखते हुए आगे की कार्रवाई सुनिश्चित करें। प्रगति यात्रा के दौरान जिन जिलों का दौरा किया गया है और इस दौरान जो घोषणाएं की गई हैं, उन सबको कैबिनेट से पास कराया जा रहा है। उत्तर बिहार के जिलों में प्रगति यात्रा के क्रम में 20 हजार करोड़ रुपये की कुल 188 योजनाओं की घोषणाएं की। इसमें से कल मंत्रिपरिषद् द्वारा 121 योजनाओं की स्वीकृति दी गई। इसके साथ ही विभाग के स्तर पर 67 योजनाएं स्वीकृत की गई हैं। हमारा उद्देश्य है कि हर प्रकार से बिहार की तरक्की हो। वर्ष 2005 के बाद हमलोगों ने बिहार में विकास का जो काम किया है, उसे याद रखियेगा। हम प्रारंभ से ही पूरे बिहार का दौरा समय-समय पर करते रहे हैं। प्रगति यात्रा का कार्यक्रम जब बनाया गया तो अधिकारियों ने सभी जिलों की
समस्याओं के बारे में जानकारी दी और हमने उस पर काम करने के लिए कहा, उन सब चीजों पर काम किया जा रहा है। हर क्षेत्र में विकास के कार्य कराये गये हैं, आप लोग सब इसे याद रखिएगा। हमने सभी वर्गों एवं सभी क्षेत्रों के विकास के लिए काम किया है, आप सब उसे भूलिएगा मत।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 24 नवंबर, 2005 से हमलोगों ने बिहार के विकास के लिए काम करना शुरू किया, तब से निरंतर हमलोग बिहार को आगे बढ़ाने में लगे हैं। वर्ष 2005 से पहले बिहार की क्या स्थिति थी, आप सभी इससे अवगत हैं। शाम के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकलने में डरते थे। हिन्दू-मुस्लिम के बीच प्रायः झगड़े होते थे, जिसे हमने खत्म कराया। अस्पतालों में इलाज का इंतजाम नहीं था, सड़कें जर्जर थीं। शिक्षा की हालत ठीक नहीं थी। अस्पतालों में मरीजों को दवा नहीं मिलती थी। जब बिहार के लोगों ने हमलोगों को काम करने का मौका दिया, तब से बिहार की स्थिति बदली है। हर क्षेत्र में विकास के काम किए जा रहे हैं। बिहार में अब डर और भय का माहौल खत्म हो गया है। शांति एवं भाईचारा का वातावरण कायम है। बिहार में पहले बिजली की स्थिति काफी दयनीय थी। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली न के बराबर रहती थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2006 से हमलोगों ने कब्रिस्तानों की घेराबंदी का काम शुरू कराया। अब तक 8 हजार से अधिक कब्रिस्तानों की घेराबंदी करा दी गई है, 1273 और कब्रिस्तानों को चिह्नित किया गया है, जिसमें से 746 कब्रिस्तानों की घेराबंदी करा दी गई है और शेष बचे कब्रिस्तानों की घेराबंदी कराई जा रही है। हमलोगों ने देखा कि मंदिरों से मूर्ति चोरी की घटनाएं हो रही हैं, इसे देखते हुए 60 वर्ष से पुराने मंदिरों की चहारदीवारी के निर्माण का निर्णय लिया ताकि मंदिरों में चोरी की घटनाएं न हो। हमलोगों ने कोई काम नहीं छोड़ा है। केंद्र सरकार से भी काफी सहयोग मिल रहा है। केंद्र सरकार के सहयोग से भी कई विकास कार्य किए जा रहे हैं। श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने ही मुझे मुख्यमंत्री बनाया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2006 से सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए पोशाक योजना की शुरुआत की गई। वर्ष 2009 से लड़कियों के लिए साइकिल योजना शुरू की गई थी लेकिन जब लड़कों ने मांग शुरू की तो वर्ष 2010 से उनके लिए भी साइकिल योजना शुरू की गई। पहले काफी कम संख्या में लड़कियां पढ़ने जाती थीं। लड़कियों को जब साइकिल दी गई तो वे समय पर स्कूल जाने लगीं। इसके साथ ही लड़कियां शाम में अपने माता-पिता को बाजार भी ले जाती हैं, यह दृश्य देखकर काफी अच्छा लगता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे बिहार में विकास का काम हमलोग करा रहे हैं। बिहार का कोई भी इलाका विकास से अछूता नहीं है। हमलोगों ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पुल-पुलिया के निर्माण का काम बड़े पैमाने पर कराया है, जिसके कारण बिहार के किसी भी कोने से पहले 6 घंटे में लोग पटना पहुंचते थे, अब उसे घटाकर 5 घंटे किया गया है। इसके लिए हर प्रकार से काम किया जा रहा है। बिहार में बड़े पैमाने पर नियोजित शिक्षकों की बहाली की गई है। स्कूल भवनों का निर्माण कराकर शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने का प्रयास किया गया है। बड़ी संख्या में सरकारी शिक्षकों की बहाली की गयी है एवं आगे भी की जा रही है। इसके साथ ही नियोजित शिक्षकों को परीक्षा के माध्यम से सरकारी मान्यता प्रदान की जा रही है। मदरसों को भी सरकारी मान्यता प्रदान की गई और वहां पढ़ाने वाले शिक्षकों को सरकारी शिक्षक के अनुरूप वेतन दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 से पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक माह में सिर्फ 39 मरीज इलाज कराने आते थे। हमलोगों ने सरकारी अस्पतालों में मुफ्त दवा एवं इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई, जिसके कारण अब एक माह में औसतन 11 हजार से अधिक मरीज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराने पहुंच रहे हैं। पहले बिहार में सिर्फ 6 सरकारी मेडिकल कॉलेज थे, अब उनकी संख्या बढ़कर 12 हो गई है। बिहार का सबसे पुराना अस्पताल पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (पी०एम०सी०एच०) को 5400 बेड की क्षमता का बनाया जा रहा है। बाकी 5 पुराने मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों का भी विस्तार कर 2500 बेड की क्षमता का अस्पताल बनाया जा रहा है। आई०जी०आई०एम०एस०, पटना का भी विस्तार कर उसे 3000 बेड की क्षमता का अस्पताल बनाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने वर्ष 2015 से सात निश्चय योजना के माध्यम से हर घर तक नल का जल, हर घर में शौचालय का निर्माण, हर घर तक पक्की गली नाली निर्माण, हर टोले तक पक्की सड़क का निर्माण, हर घर तक बिजली का कनेक्शन जैसी मूलभूत सुविधाएं लोगों तक पहुंचा दी है। जो भी नई बसावटें बनी हैं, उनमें भी ये सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। खुले में शौच करने से लोगों को अनेक प्रकार की बीमारियां होती थीं, जिन परिवारों के घरों में शौचालय निर्माण के लिए जगह नहीं थी, उनके लिए सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया। वर्ष 2020 से सात निश्चय योजना-2 के तहत मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना, टेलीमेडिसीन, बाल हृदय योजना, हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने आदि का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2006 से पंचायती राज संस्थाओं तथा वर्ष 2007 से नगर निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया। इसके बाद अब तक कुल 4 चुनाव संपन्न हो चुके हैं। बड़ी संख्या में महिलाएं चुनकर आई हैं। पहले बिहार में स्वयं सहायता समूह की संख्या काफी कम थी। जब हमलोगों की सरकार बिहार में बनी तो हमलोगों ने वर्ष 2006 में विश्व बैंक से कर्ज लेकर स्वयं सहायता समूह की संख्या को बढ़ाया। बिहार में अब स्वयं सहायता समूह की संख्या 10 लाख 61 हजार हो गई है जिनसे 1 करोड़ 35 लाख जीविका दीदियां जुड़ी हैं। स्वयं सहायता समूह का नाम ‘जीविका’ एवं इससे जुड़ी महिलाओं का नाम ‘जीविका दीदी’ हमलोगों ने ही दिया है, जिससे प्रेरित होकर उस समय की केंद्र सरकार ने भी इसे अपनाया और इसका नाम आजीविका दिया। हमलोगों ने अब बिहार के शहरी क्षेत्रों में भी स्वयं सहायता समूह का गठन शुरू कराया है। अब तक शहरी इलाकों में 34 हजार स्वयं सहायता समूह का गठन हो चुका है जिनसे 3 लाख 60 हजार जीविका दीदियां जुड़ चुकी हैं। हमलोगों ने वर्ष 2013 से पुलिस की बहाली में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला लिया, जिसका नतीजा है कि बिहार पुलिस बल में महिलाओं की संख्या देश में सबसे अधिक है। बिहार पुलिस में जितनी महिलाएं हैं, देश के किसी भी अन्य दूसरे राज्य के पुलिस बल में उतनी नहीं है। वर्ष 2016 से हमलोगों ने सभी सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 से वर्ष 2020 के बीच में 8 लाख लोगों को सरकारी नौकरी दी गई। हमलोगों ने वर्ष 2020 में 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का लक्ष्य निर्धारित किया था, जिसे बढ़ाकर अब 12 लाख किया गया है। अब तक 9 लाख लोगों को सरकारी नौकरी दे दी गई है। इसके अलावा 10 लाख लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। अब तक 24 लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराया जा चुका है। वर्ष 2025 में निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप 12 लाख लोगों को सरकारी नौकरी तथा 34 लाख लोगों को रोजगार मुहैया करा दिया जाएगा। हमलोगों ने सभी वर्गों के उत्थान के लिए काम किया है। हमने सभी पार्टियों के साथ बैठक कर बिहार में जाति आधारित गणना कराई गई, जिसमें 94 लाख गरीब परिवारों को चिह्नित किया गया है, जो हर जाति से जुड़े हैं। ऐसे गरीब परिवारों को प्रति परिवार 2 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जा रही है ताकि वे अपना जीविकोपार्जन कर सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुंगेर जिले में विकास के अनेक कार्य कराए गए हैं। यहां इंजीनियरिंग कॉलेज, पारा मेडिकल संस्थान और छात्रावासों का निर्माण कराया गया है। साथ ही राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थान, महिला आई०टी०आई०, सभी अनुमंडलों में आई०टी०आई०, जी०एन०एम० संस्थान एवं अनेक सड़क तथा पुल-पुलियों का निर्माण कराया गया है। यहां जननायक कर्पूरी ठाकुर अत्यंत पिछड़ा वर्ग छात्रावास का निर्माण कराया गया है। संग्रामपुर में अत्यंत पिछड़ा वर्ग कल्याण छात्रावास का निर्माण कराया गया। साथ ही संग्रामपुर में अनुसूचित जाति आवासीय बालिका विद्यालय का निर्माण कराया गया। मुंगेर में एक अनुसूचित जाति-जनजाति आवासीय विद्यालय का निर्माण कराया गया है। मुंगेर में मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का 604 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण कराया जा रहा है। इसका शिलान्यास किया जा चुका है। मुंगेर विश्वविद्यालय के भवनों का निर्माण कराया गया, वानिकी महाविद्यालय की स्थापना की गई। इसके साथ ही गंगा नदी पर मुंगेर रेल सह सड़क पुल का निर्माण कराया गया। इसका शिलान्यास तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रद्धेय स्व० अटल बिहारी वाजपेयी जी ने किया था। उस वक्त मैं केंद्र में रेल मंत्री था। घोड़घट पुल के नहीं बनने से मुंगेर से भागलपुर जाने में काफी जाम की समस्या रहती थी लेकिन अब घोड़घट पुल का निर्माण करा दिया गया है और जाम से मुक्ति मिल गई है। केंद्र सरकार द्वारा मुंगेर से भागलपुर के मिर्जा चौकी तक 122 कि०मी० का ग्रीन फील्ड फोरलेन का निर्माण कराया गया है। यहां के पर्यटक स्थलों को विकसित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां 12 पंचायत सरकार भवन का निर्माण कराया जा चुका है और शेष 90 पंचायत सरकार भवन का निर्माण भी जून, 2025 तक पूरा करा लिया जाएगा। केंद्र सरकार और राज्य सरकार की ही तरह हमने सम्मान देने के लिए सभी ग्राम पंचायतों में पंचायत सरकार भवन का निर्माण कराने का निर्णय लिया। पंचायत सरकार भवन के निर्माण से एक ही छत के नीचे ग्राम पंचायत की सभी समस्याओं का निराकरण हो सकेगा। हम सबकी इज्जत करते हैं, सबका सम्मान करते हैं। मुंगेर जिले में हर घर बिजली पहुंचा दी गई है। यहां 2 विद्युत ग्रिड सब स्टेशन तथा 20 पावर सब स्टेशन का निर्माण कराया गया है। 45 डेडिकेटेड कृषि फीडर का निर्माण कराया गया है, जिससे किसानों को 1530 बिजली कनेक्शन उपलब्ध कराया गया है ताकि किसानों को कृषि कार्य में सहूलियत हो। 12 हजार स्वयं सहायता समूह का गठन किया गया है जिससे 1 लाख 52 हजार जीविका दीदियां जुड़ी हुई हैं। साथ ही जिले में 4 जीविका दीदी की रसोई भी संचालित है। मुंगेर जिले में विकास के कई कार्य किए गए हैं। जो काम बाकी है, उसके साथ-साथ और नये काम भी मुंगेर जिले के लिए कराए जाएंगे।
मुंगेर जिले में लोगों की मांगों के संबंध में मुख्यमंत्री की महत्वपूर्ण घोषणायें
तारापुर में रिंग रोड का निर्माण किया जायेगा, इसके अन्तर्गत तारापुर शहर के दोनों तरफ पूरब एवं पश्चिम में बाईपास का निर्माण किया जायेगा।
रणगाँव-भगलपुरा पथ से धौनी वाया विसय में बाईपास का निर्माण किया जायेगा।
वंशीपुर से बिहमा तक (वाया धोबई, गोगाचक, तेलडीहा मंदिर, मोहनगंज, बिहमा मोड़) बाईपास पथ का निर्माण कराया जायेगा, इससे लोगों को यातायात में काफी सुविधा होगी एवं जाम से निजात मिलेगी।
ऋषि कुंड पर्यटक स्थल का विकास किया जायेगा। इस स्थल को पर्यटकीय दृष्टिकोण से विकसित किये जाने से पर्यटक ऋषि कुंड आने के लिए आकर्षित होंगे तथा रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
कष्टहरनी घाट का सौंदर्गीकरण किया जायेगा। उत्तरवाहिनी गंगा के तट पर अवस्थित 3 ऐतिहासिक धरोहर कष्टहरणी घाट पर प्रतिदिन दिवा एवं संध्या काल में बड़ी संख्या में लोगों का आगमन होता है। इस घाट के सौंदर्गीकरण कार्य से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा तथा रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
वासुदेवपुर चौराहा से आई०टी०सी० पार्क चंडी स्थान नया गाँव सड़क का निर्माण किया जायेगा। यह मार्ग चण्डी स्थान मंदिर परिसर तक जाने वाला एकमात्र मुख्य मार्ग है जहाँ पूजा-अर्चना करने के लिए आमजनों के अतिरिक्त विभिन्न क्षेत्रों के श्रद्धालु आते हैं। इस सड़क के निर्माण होने से यात्रियों एवं श्रद्धालुओं को काफी सुविधा होगी।
नगर निगम कार्यालय से शास्त्री चौक भाया जुबलीवेल कालीताजिया जे०पी० चौक तक जुबलावल काल सड़क का निर्माण किया जायेगा। यह मार्ग व्यावसायिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है क्योंकि इस सड़क के समीप व्यावसायिक प्रतिष्ठान, बैंक, निजी चिकित्सीय संस्थान, दवा व्यवसायी, पेट्रोल पम्प, रेस्टोरेन्ट इत्यादि अवस्थित है। इसके निर्माण होने से लोगों को काफी सुविधा होगी।
कोणार्क रोड चौक से अम्बे चौक पूरबसराय-तिनवटिया सड़क का निर्माण किया जायेगा। यह पथ जमालपुर जाने वाला वनवे मार्ग है जिसके कारण वाहनों का आवागमन लगातार होता रहता है। इस क्षेत्र के समीप पुलिस लाइन, मुंगेर विश्वविद्यालय, कॉलेज भी अवस्थित है। इस सड़क के निर्माण होने से लोगों को काफी सुविधा होगी।
मुंगेर जिलान्तर्गत बिहार योग विश्वविद्यालय से एन०एच०-3338 तक फोरलेन रिंग रोड एवं पहुँच पथ का निर्माण किया जायेगा, इससे यहाँ आने वाले लोगों को आवागमन में सुविधा होगी।
संग्रामपुर प्रखंड के पतघाघर के पास उपलब्ध 300 एकड़ सरकारी भूमि पर औद्योगिक पार्क का निर्माण किया जायेगा, इससे उद्योग को बढ़ावा मिलेगा एवं रोजगार का सृजन होगा।
खड़गपुर प्रखंड के अन्तर्गत खड़गपुर झील में गंगा नदी का पानी पहुँचाया जायेगा, इससे स्थानीय किसानों को सिंचाई की अतिरिक्त सुविधा उपलब्ध होगी।
खैरात्ती खाँ उप नहर के अन्तर्गत फुसना डाड़, कमरगामा डाड़ एवं खैरा खाँ शाखा में लाइनिंग का कार्य कराया जायेगा, इससे स्थानीय किसानों को सिंचाई की अतिरिक्त सुविधा उपलब्ध होगी।
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मुंगेर जिले में असरगंज एवं जमालपुर कुल 02 प्रखंडों में प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय-सह-आवासीय परिसर का निर्माण कराया जायेगा।
असरगंज में नये महाविद्यालय (डिग्री कॉलेज) की स्थापना की जाएगी, इससे छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा।
ऋषि कुंड की ओर जाने वाले रास्ते का चौड़ीकरण भी कराया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सब कामों को करा दिया जायेगा और इसके अतिरिक्त मुंगेर जिले में और कोई भी जरूरत होगी, उसको भी कराया जायेगा। बिहार के हर क्षेत्र में काम हो रहा है, आगे और तेजी से काम होगा। इसके लिए आप सबको बधाई एवं धन्यवाद देता हूँ। किसी भी पार्टी के जनप्रतिनिधि हों, उनके सुझाव का हमलोग सम्मान करते हैं। उनके इलाके की जो भी मांगें होंगी, उन सबको पूरा किया जाएगा। हमलोग किसी के साथ भेदभाव नहीं करते हैं। हम सबके हित में काम करते रहेंगे। हम सभी लोगों के हित में शुरू से काम करते रहे हैं। आप सभी का मैं पुनः अभिनंदन करता हूं।
समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी श्री अवनीश कुमार सिंह ने हरित पौधा और प्रतीक चिह्न भेंटकर मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया।
समीक्षा बैठक के दौरान केन्द्रीय मंत्री पंचायती राज सह मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ श्री ललन सिंह, उप मुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, पंचायती राज मंत्री सह मुंगेर जिला के प्रभारी मंत्री श्री केदार प्रसाद गुप्ता, सांसद श्री अरुण कुमार भारती, विधायक श्री प्रणव कुमार, विधायक श्री राजीव कुमार सिंह, विधायक श्री अजय कुमार सिंह, विधान पार्षद श्री लाल मोहन गुप्ता, विधान पार्षद श्री अजय कुमार सिंह, मुंगेर नगर निगम की महापौर श्रीमती कुमकुम देवी, मुंगेर जिला परिषद् अध्यक्ष श्रीमती साधना देवी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, मुख्य सचिव श्री अमृत लाल मीणा, पुलिस महानिदेशक श्री विनय कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव/प्रधान सचिव/सचिव, मुंगेर प्रक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक श्री राकेश कुमार, मुंगेर के जिलाधिकारी श्री अवनीश कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री सैय्यद इमरान मसूद सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।