ऋषिकेश कुमार की रिपोर्ट !
घने कोहरे की वजह से वाहन चालकों को करना पड़ रहा है भारी परेशानियों का सामना!ठंड के कारण फुटपाथ पर रहने वाले लोगों की बढ़ी मुश्किलें!
रविवार और सोमवार की तरह मंगलवार का दिन भी सर्दी के सितम से सिसकता रहा। दिन के 11 बजे तक घना कोहरा छाया रहा तो पूरे दिन धूंध छाई रही। सुबह तो स्थिति ऐसी थी कि हाथों-हाथ दिखना मुश्किल बना था। इस दौरान तेज पछुआ हवा से बढ़ी कनकनी ने लोगों को घरों में कैद रहने को मजबूर कर दिया। दिन के 12 बजे के बाद सूर्य देवता के दर्शन देने के उपरांत लोगों ने थोड़ी राहत की सांस ली। लोगों ने घरों से बाहर निकल कर जरूरी काम निपटाया। मगर यह सुकून चंद घंटो तक रही। दोपहर 3 दिन बजे के बाद से ही धूप असरहीन होने लगा। यूं लगा मानों मौसम कुछ घंटों के लिए कर्फ्यू में ढील दी हो। सुबह ऐसी स्थिति थी मानों धरती ने कोहरा का चादर ओढ़ लिया हो। हवा के साथ तैरता कोहरा आंखों से स्पष्ट नजर आ रहा था। दिन के आठ बजे तक सड़क पर इंसान तो आसमान में पशु-पक्षी नजर नहीं आ रहे थे। चारों तरफ सिर्फ धुंध और तेज पछुआ हवा की कनकनी पसरी थी। शहर के साथ ही ऐसी स्थिति गांवों में भी बनी थी। कनकनी बढ़ने के बाद गर्म कपड़ों की भी बिक्री अचानक बढ़ गई है। कोहरे की दोहरी मार nh-31 पर इस तरह से दिखी ,जिसके कारण सड़कों पर चलने वाली हर छोटी वाहनों की लाइट दिन में ही जलती नजर आई। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि ठंड का सितम लगातार बढ़ता ही जा रहा है लेकिन अभी तक प्रशासनिक तौर पर कहीं भी अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है। खासकर वैसे फुटपाथ पर रहने वालों को खासा परेशानी हो रही है जो इस ठंड में भी खुले आसमान के नीचे सोने को मजबूर हैं।