रिपोर्ट- अमित कुमार!
बिहार में शिक्षा और चिकित्सा व्यवस्था को लेकर राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता एजाज अहमद ने डबल इंजन सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि राज्य की व्यवस्थाएं पूरी तरह चरमरा चुकी हैं। जहां 18 वर्षों तक सेवा देने वाले शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा के बाद फिर से नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है, वहीं अस्पतालों में इलाज कराने आए मरीजों की आंखें तक सुरक्षित नहीं हैं।
राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने बिहार में शिक्षा और चिकित्सा व्यवस्था की दुर्दशा पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि 18 वर्षों तक बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षकों को पहले सक्षमता परीक्षा पास करने के लिए बाध्य किया गया और अब उन्हीं शिक्षकों को फिर से नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है। यह शिक्षा प्रणाली में सरकार की विफलता को दर्शाता है।
एजाज अहमद ने एनएमसीएच अस्पताल में एक मरीज की मौत के बाद उसकी आंखें गायब होने की घटना को लेकर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि परिवार के सवालों पर अस्पताल प्रशासन ने यह दावा किया कि चूहा आंखें ले गया। यह घटना राज्य की चिकित्सा व्यवस्था की लचर स्थिति को दर्शाने के लिए काफी है।
उन्होंने कहा, “डबल इंजन सरकार अपनी जिम्मेदारियों से पूरी तरह बेपरवाह है। छात्रों का भविष्य बर्बाद हो रहा है, मरीजों का इलाज नहीं हो रहा, और सरकार इन समस्याओं को अनदेखा कर रही है।”
एजाज अहमद ने सरकार से मांग की है कि वह शिक्षा और चिकित्सा क्षेत्र में सुधार के लिए ठोस कदम उठाए, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और आम जनता को बेहतर सेवाएं मिल सकें।