रिपोर्ट- आशुतोष पांडेय
आरा (भोजपुर )- 18 दिवसीय रामलीला के कार्यक्रम में आज अहिल्या उद्धार गंगा दर्शन और राम सीता का बगिया में मिलन देखकर आनंदित और प्रसन्नचित हुए सभी दर्शक. विश्वामित्र के साथ प्रभु राम जब आश्रम जा रहे थे तो उन्होंने आश्रम के सुनसान होने का रहस्य पूछा विश्वामित्र के द्वारा पूरा प्रकरण बताने के बाद विश्वामित्र ने श्री राम से अहिल्या उद्धार करने के लिए कहा श्री राम के चरण स्पर्श से ही अहिल्या श्राप मुक्त हो गई मंडली के कलाकारों द्वारा इस दृश्य का मंचन बहुत ही सराहनीय था. एक दृश्य में दर्शाया गया की प्रभु राम बगिया में घूम रहे हैं और वही माता-पिता से उनकी मुलाकात होती है. अपनी सखियों सहित मां सीता राम को देखकर देखते ही रह गई यह प्रासंगिक दृश्य बहुत ही मनमोहक था. सर्वप्रथम 400 वर्ष पुरानी नगर रामलीला समिति के द्वारा आमंत्रित मुख्य अतिथियों ने राम सीता का आरती कर संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित किया .इसके उपरांत वृंदावन के मंडली द्वारा मारीच वध, अहिल्या उद्धार, गंगा दर्शन, राम सीता का बगिया मिलन का मंचन किया गया. कार्यक्रम में दर्शकों की उपस्थिति को देख अध्यक्ष सोनू राय ने कहा कि मैं सभी शहर वासियों का बहुत-बहुत अभिनंदन और आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने इस रामलीला के कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए और प्रभु श्री राम के इस लीला का आदर्श अपने जीवन में उतारने के लिए यहां पर आ रहे हैं और आगे भी ऐसे ही इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पूरी सहयोग करेंगे .उन्होंने आए हुए अतिथियों का भी अभिवादन और सम्मान किया. मुख्य अतिथि में राजेश्वर पासवान, पूर्व रामलीला अध्यक्ष प्रेम पंकज उर्फ ललन जी ,राजेश साहू, विकास सिंह, कुंवर उपेंद्र सिंह ,अरविंद ओझा, मालती देवी वार्ड पार्षद ,आलोक अंजन, राज गौरव टाइगर ,गौतम कुमार उर्फ राजा, सामाजिक कार्यकर्ता विजय भारती ,संरक्षक मंडल के हकीम प्रसाद ,रामेश्वर प्रसाद शत्रुघ्न प्रसाद, उपाध्यक्ष संजीव गुप्ता, सनी शाहाबादी ,शंभू नाथ केसरी, गोपाल जी , सचिव शंभू नाथ प्रसाद, और मंच संचालन दिलीप गुप्ता ने किया कार्यक्रम की जानकारी प्रवक्ता पंकज प्रभाकर ने दिया.