रिपोर्ट- संतोष तिवारी!
अहियापुर से साइबर क्राइम में संलिप्त बता युवक को पांच घंटे तक बनाया बंधक
ईओयू के चार फर्जी अधिकारी धराए
मुजफ्फरपुर अहियापुर थाने की पुलिस ने ईओयू के चार फर्जी अफसर को गिरफ्तार किया। चारों शातिरों ने खुद को पटना के ईओयू का अधिकारी बता अहियापुर के मेडिकल ओवरब्रिज के पास से सिवाइपट्टी के पैगंबरपुर सगहरी निवासी रवि कुमार को साइबर क्राइम में संलिप्त बताकर गिरफ्तार किया। उसे गाड़ी में बैठाने के बाद बंधक बनाकर दरभंगा और समस्तीपुर ले गए। वसूली करने के बाद उसे सदर थाना के बीबीगंज मोड़ के पास मुक्त किया।
चारों ने ईओयू का फर्जी अधिकारी बनकर शुक्रवार को रवि को मेडिकल ओवरब्रिज के पास बुलाया था। वहां ईओयू का फर्जी आईकार्ड दिखाकर युवक को फर्जी ढंग से गिरफ्तार किया। उसकी गिरफ्तारी का मेमो भी तैयार किया। पांच घंटे तक उसे गाड़ी में बंधक बनाकर घुमाते रहे और दरभंगा व समस्तीपुर तक ले गए। उसे मुक्त करने के लिए 49 हजार रुपये लिए। गले से सोने की चेन और मोबाइल छीन लिया। गाड़ी में 10 हजार का तेल भी भरवाया। इसके बाद बीबीगंज मोड़ के पास उसे मुक्त किया। रवि अहियापुर थाना में घटना की एफआईआर दर्ज कराई है। इसके बाद एसडीपीओ टाउन विनीता सिन्हा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने छापेमारी की। इसमें गायघाट, औराई व अहियापुर इलाके के चार युवकों को गिरफ्तार किया है। सिटी एसपी अवधेश दीक्षित ने बताया कि मामले में गायघाट के पूरा निवासी विनायक कुमार, बाघाखाल निवासी अभिनव कुमार, औराई के मटिहानी निवासी शुभम कुमार और अहियापुर के अखाड़ाघाट नाजिरपुर निवासी आदर्श कुमार को गिरफ्तार किया गया है। इन चारों ने खुद को ईओयू का अधिकारी बताकर रवि को फर्जी ढंग से गिरफ्तार किया था। चारों को पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश किया गया। यहां से उनको न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। उनके । पास से रवि से छीनी गई सोने की चेन और वारदात में इस्तेमाल गाड़ी जब्त की गई है।